महाराष्ट्र में अच्छी बारिश हाेने से गणेश मंडलाें के कार्यकर्ताओं में गणेशाेत्सव के दाैरान भारी उत्साह देखने काे मिल रहा है. इन 11 दिनाें में एक लाख कराेड़ का काराेबार हाेगा, यह दावा काॅन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की रिपाेर्ट में किया गया है. प्रतिवर्ष गणेशाेत्सव पर 300 कराेड़ से भी ज्यादा की गणेश मूर्तियां खरीदी जाती हैं. इस उत्सव काे देखने देश-विदेश से काफी बड़ी संख्या में लाेग आ रहे हैं. इन सकारात्मक संकेताें से व्यापारियाें में खुशी की लहर है.इस बार त्याैहारी सीजन बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है. महाराष्ट्र में इकाेनाॅमी के साथ गणेश पूजा व मंडपाें की संख्या बढ़ी है. इसी के साथ गणेशाेत्सव का सालाना रेवेन्यू प्रतिवर्ष 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है और विशेषज्ञाें के अनुसार इस साल विघ्नहर्ता के 11 दिनाें के उत्सव में 1 लाख कराेड़ का काराेबार हाेने की संभावना है.काेराेना महामारी का दाैर खत्म हाेने के बाद हर साल गणेश मंडपाें की संख्या में इजाफा हुआ है.
इस साल महाराष्ट्र में अच्छी बारिश हाेने से कार्यकर्ताओं व मंडलाें में भारी उत्साह देखने काे मिल रहा है. काॅन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की रिपाेर्ट में दावा किया गया है. प्रतिवर्ष 300 कराेड़ से ज्यादा की गणेश मूर्तियां खरीदी जाती हैं. इस बार गणेशाेत्सव देखने के लिए देश-विदेश से लाेग बड़ी संख्या में पधार रहे हैं. इससे व्यापार बढ़ रहा है.इन सकारात्मक संकेताें से व्यापारियाें में खुशी की लहर है तथा इस बार त्याैहारी सीजन भी बेहतर रहने की उम्मीद है.एक अनुमान के मुताबिक 11 दिनाें के आयाेजन में करीब 1 लाख कराेड़ का लेन-देन हाेता है, वहीं ऑफिशियल रिपाेर्ट्स की मानें ताे यह आंकड़ा 45 से 50 हजार कराेड़ का है.केवल गणेश प्रतिमाओं का व्यापार 500 कराेड़ से अधिक का हाेता है. फूल, माला, फल, नारियल, धूप और अन्य पूजन सामग्री कीबड़े पैमाने पर बिक्री हाेती है, जिसकी कुल राशि भी 500 कराेड़ के करीब हाेती है. मुख्य रूप से माेदक, जाे भगवान गणेश से जुड़े मीठे पकवान हैं.