काेलकाता के आरजी कर मेडिकल काॅलेज में ट्रेनी डाॅक्टर से रेप-मर्डर और भ्रष्टाचार मामले के विराेध में टीएमसी सांसद जवाहर सरकार द्वारा पद से इस्तीफा दिये जाने की खबर है. काेलकाता कांड से आहत जवाहर सरकार ने कहा कि वे राजनीति से भी संन्यास लेंगे. इस मामले में सीएम ममता बनर्जी के रवैए से नाराज हाेकर उन्हाेंने यह निर्णय लिया है. जवाहर सरकार ने रविवार काे पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काे चिट्ठी लिखकर सरकार की कार्यशैली पर निराशा जताते हुए कहा, आपने बड़ा ए्नशन नहीं लिया.उन्हाेंने लिखा- मैं आरजी कर अस्पताल में हुई भयानक घटना के बाद एक महीने तक चुप रहा. मुझे उम्मीद थी कि आप अपने पुराने स्टाइल में प्रदर्शनकारी जूनियर डाॅक्टराें के मामले में हस्तक्षेप करेंगी. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ.
सरकार अब जाे भी कार्रवाई कर रही है, वह बहुत कम है और काफी देर से की जा रही है. राज्य में बहुत पहले ही सामान्य स्थिति बहाल हाे गई हाेती, अगर भ्रष्ट डाॅक्टराें के ग्रुप काे ताेड़ दिया जाता. गलत प्रशासनिक कार्रवाई करने के दाेषियाें काे घटना के तुरंत बाद सजा दी जाती. जवाहर सरकार एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. वे एक पब्लिक इंटेलेक्चुअल, स्पीकर और लेखक के ताैर पर जाने जाते हैं. तृणमूल कांग्रेस ने 2 अगस्त 2021 काे उन्हें राज्यसभा भेजा था.मुझे यह देखकर आश्चर्य हाेता है कि कई पंचायत और नगरपालिका स्तर के नेताओं ने बड़ी संपत्ति अर्जित ली है.वे महंगी गाड़ियाें में घूमते हैं. इससे न केवल मुझे, बल्कि पश्चिम बंगाल के लाेगाें काे दुख हाेता है. सांसद जवाहर सरकार के इस्तीफा के फैसले पर टीएमसी नेता कुणाल घाेष ने कहा, मैं जवाहर सरकार के व्यक्तिगत सिद्धांत की आलाेचना नहीं करूंगा. यह उनका फैसला है. वे अपने फैसले ले सकते हैं. वे बहुत वरिष्ठ और समझदार व्यक्ति हैं.उनके अलग सिद्धांत हैं.