पुणे, 8 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणे शहर को पानी सप्लाई करने वाले खड़कवासला, टेमघर, पानशेत, और वरसगांव परियोजना के चारों बांधों के क्षेत्र में हाल ही में हुई बारिश के कारण सभी बांध पूरी तरह से भर गए हैं. इन बांधों में 100% पानी भरा होने से 29.15 टीएमसी पानी का भंडार उपलब्ध हो गया है. टेमघर को छोड़कर बाकी तीनों बांधों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है. इससे पुणेकरों की सालभर की पेयजल और कृषि पानी की समस्या का समाधान हो गया है. खड़कवासला परियोजना फुल अगस्त के महीने में भारी बारिश के बाद कुछ समय के लिए इसने विश्राम लिया गया था, लेकिन 24 अगस्त के बाद फिर से बारिश शुरू हो गई.
इससे बांधों का जलस्तर बढ़ने में मदद मिली. सितंबर के पहले सप्ताह में दो दिनों से बांध क्षेत्रों में फिर से बारिश होने लगी, जिससे खड़कवासला, वरसगांव, पानशेत, और टेमघर के चारों बांध पूरी तरह से भर गए. पिछले साल इसी दिन 27.42 टीएमसी यानी 94.07% पानी का भंडार उपलब्ध था, जबकि इस बार सभी बांधों में 100% पानी भर गया है. इसलिए बांधों से पानी छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. 27 टीएमसी पानी का विसर्ग इस बार खड़कवासला परियोजना के बांधों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है. पुणे क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण बांधों में पानी का भंडार भी अधिक हो गया है.
जलसंपदा विभाग के अनुसार, जून से अब तक बांधों से 27.80 टीएमसी पानी छोड़ा गया है. यह मात्रा बांधों की जल भंडारण क्षमता के बराबर है. जिले के बांध भी फुल पिंपरी-चिंचवड़ को पानी सप्लाई करने वाला पवना बांध भी 100% भर गया है. पुणे जिले के कलमोड़ी, चासकमान, भामा-आसखेड़, आंद्रा, वडिवले, नाजरे, भाटघर, वीर विसापुर और उजनी बांध भी पूरी तरह से भर चुके हैं. गुंजवणी, नीरा देवघर और डिंभे बांध भी भरने की कगार पर हैं. नीरा घाटी के बांधों में 99.81% पानी का भंडार हो गया है, जिससे जिले के ग्रामीण इलाकों और कृषि क्षेत्रों की पानी की चिंता दूर हो गई है. टाटा के मुलशी और ठोकरवाड़ी यह दोनों बांध भी पूरी तरह से भर गए हैं.