समाज प्रबोधन की दिशा दिखा रहा वारकरी संप्रदाय : मुख्यमंत्री

सीएम एकनाथ शिंदे के हाथों कुरेकर महाराज को शांतिब्रह्म पुरस्कार और ढोक महाराज को तुलसीदास पुरस्कार प्रदान

    09-Sep-2024
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पिंपरी, 8 सितंबर (आ.प्र.)
 
वारकरी संप्रदाय राज्य और देश को समाज प्रबोधन की दिशा दिखाने का काम कर रहा है. वारकरियों के कारण ही समाज का निर्माण हो रहा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन शब्दों में वारकरी संप्रदाय के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. आलंदी स्थित फ्रूट वाले धर्मशाला में आयोजित मारोति महाराज कुरेकर के 93वें और रामराव महाराज ढोक के 70वें अभिष्टचिंतन (जन्मदिवस) समारोह में वे बोल रहे थे. इस अवसर पर सीएम शिंदे के हाथों कुरेकर महाराज को शांतिब्रह्म पुरस्कार और ढोक महाराज को तुलसीदास पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया. इस बीच संत पूजन भी किया गया. इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री दादा भुसे, सांसद श्रीरंग बारणे, म्हाडा पुणे गृहनिर्माण व क्षेत्र विकास बोर्ड (हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट बोर्ड) के अध्यक्ष शिवाजीराव आढ़लराव पाटिल, वारकरी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष संदीपान महाराज शिंदे (हासेगांवकर), ज्ञानोबा तुकाराम पुरस्कार प्राप्त संजय महाराज पाचपोर आदि उपस्थित थे.
 
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र संतों की भूमि है और हमें संतों की महान परंपरा मिली है. संत परंपरा व वारकरी संप्रदाय महाराष्ट्र का वैभव है. वारकरी संप्रदाय का आध्यात्मिक और धार्मिक आधार राजनीतिक आधार से बड़ा है, क्योंकि भागदौड़ भरी जिंदगी में पांडुरंग का नाम जपने से मन में अच्छे विचार व सत्कर्म करने की सोच विकसित होती है और बुरे विचार दूर हो जाते हैं. मुझे क्या मिला की सोच से महत्वपूर्ण यह है कि मैं दूसरों को क्या देता हूं. खुद के लिए जीते समय दूसरों का दुःख बांट लेने का काम करने वालों में से वारकरी संप्रदाय है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज का कार्यक्रम हमारे जीवन का एक अनोखा कार्यक्रम है. संतों की पूजा करने से बड़ा सौभाग्य कोई और नहीं है. मारोति महाराज कुरेकर, रामराव महाराज ढोक और वारकरी संस्था ने समाज के लिए बहुत योगदान दिया है. सिखाने वाले को मानदेय नहीं और सीखने वाले को शुल्क नहीं ऐसी यह संस्था है.
 
107 साल पुरानी यह संस्था अपने नाम को बरकरार रखने के लिए काम कर रही है. शह संस्था संस्कारित पीढ़ी तैयार करने के लिए काम कर रही है. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि सरकार ने पिछले 2 साल में 600 से अधिक निर्णय लिये. हमने योजनाबद्ध तरीके से मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना की शुरुआत की. मैं भी एक आम किसान का बेटा हूं और गरीबी से वाकिफ हूं. आर्थिक संतुलन का ध्यान रखने वाली लाड़ली बहन चतुर होती है और इसलिए इस योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के लिए एक साल के लिए धन की व्यवस्थ की गई है.
 
हर महीने बहनों को इसकी राशि मिलेगी. इस दौरान सीएम ने लेक लाडकी लखपति योजना, लड़कियों के लिए व्यावसायिक उच्च शिक्षा मुफ्त करने का निर्णय, एस.टी. बसों में महिलाओं को यात्रा में 50 प्रतिशत की छूट, वरिष्ठ नागरिकों के लिए वयोश्री योजना जैसी योजनाओं की जानकारी भी दी. उन्होंने कहाकि सरकार अब तक भारी बारिश, ओलावृष्टि, सूखा आदि के लिए किसानों को 16,000 करोड़ रुपये का मुआवजा दे चुकी है. 1 रुपये में फसल बीमा देने वाली यह देश की पहली सरकार है तथा और 7.5 एचपी तक के कृषि पंप का बिजली बिल माफ करने का निर्णय लिया गया है.
 
कीर्तनकारों के लिए सम्मान पेंशन योजना शुरू करेंगे : दादा भुसे
मंत्री दादा भुसे ने कहा कि राज्य में वारकरी महामंडल (निगम) की स्थापना की गयी है. प्रत्येक दिंडी को अनुदान, वारकरी बंधुओं के लिए सामग्री के अलावा आने वाले वर्षों में कीर्तनकारों के लिए सम्मान पेंशन योजना शुरू की जाएगी. इस संबंध में सरकारी निर्णय जारी कर दिया गया है और आगे का काम चल रहा है. इस दौरान मारोति महाराज कुरेकर व रामराव महाराज ढोक ने संस्था के कार्यों की जानकारी दी. बालकृष्ण महाराज शिंदे ने प्रास्ताविक भाषण दिया.