शिवाजीनगर, 17 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणे मनपा के नगरसचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर राजशिष्टाचार अधिकारी योगिता भोसले की पदोन्नति के माध्यम से नियुक्ति की गई है. योगिता भोसले पुणे मनपा के इतिहास में पहली महिला नगरसचिव बनी हैं. मनपा का कामकाज नगरसचिव विभाग के माध्यम से संचालित होता है. इसलिए इस विभाग का प्रमुख पद अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. इस पद पर पदोन्नति के माध्यम से नियुक्ति की जाती है. 31 अगस्त 2020 को सुनील पारखी के सेवानिवृत्त होने के बाद नगरसचिव पद का अतिरिक्त प्रभार श्रमिक कल्याण अधिकारी शिवाजी दौंडकर को सौंपा गया था. 1 सितंबर 2020 से 31 मई 2023 तक शिवाजी दौंडकर के सेवानिवृत्त होने तक यह पद उनके पास था. शिवाजी दौंडकर के सेवानिवृत्त होने के बाद 1 जून 2023 से राजशिष्टाचार अधिकारी योगिता भोसले को नगरसचिव पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था.
इस बीच, नगरसचिव पद पर सीधी नियुक्ति के लिए भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की गई थी, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली और जिन लोगों ने आवेदन किया, वे इस पद के लिए पात्र नहीं हुए. इसलिए तत्कालीन आयुक्त विक्रम कुमार ने निर्णय लिया कि इस पद पर पदोन्नति के माध्यम से ही मनपा के अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी. इस निर्णय के अनुसार, विभाग से सूची तैयार की गई. मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले ने योगिता भोसले को नगरसचिव पद पर नियुक्त किया. योगिता भोसले 28 नवंबर 2011 को पुणे मनपा में राजशिष्टाचार अधिकारी के रूप में शामिल हुई थीं. नगरसचिव को मनपा की महासभा, स्थायी समिति और अन्य विषय समितियों का कामकाज कानून के अनुसार चलाने और निर्णय लेने के अधिकार होते हैं. प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय बनाए रखना और कानून के अनुसार उचित निर्णय लेना नगरसचिव का काम होता है, इसलिए इस पद का महत्व बहुत अधिक है.