शिवसेना ठाकरे गुट के 5 पूर्व नगरसेवकों का भाजपा में प्रवेश

08 Jan 2025 11:13:14
 
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पुणे/मुंबई, 7 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पिछले कई दिनों से शिवसेना ठाकरे गुट के 5 पूर्व नगरसेवकों के भाजपा में प्रवेश करने की चर्चा जारी थी. इस चर्चा पर मंगलवार को विराम लग गया. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में भाजपा के मुंबई प्रदेश कार्यालय में पूर्व नगरसेवक विशाल धनवड़े, बाला ओसवाल, पल्लवी जावले, संगीता ठोसर व प्राची आल्हाट ने भाजपा में अधिकृत प्रवेश किया. इस वक्त केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल, राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, प्रभारी विधायक रवींद्र चव्हाण, सुनील कांबले, राजेश पांडे, शहराध्यक्ष धीरज घाटे उपस्थित थे. इस वक्त प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की राह पर सभी ने मार्गक्रमण किया, इसकी मनःपूर्वक खुशी है. आज भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, यह केवल समर्पित कार्यकर्ताओं की मेहनत से है. आज प्रवेश करने वाले पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी की नीतियां समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचायी जाएं. केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे शहर में भाजपा का बड़ा परिवार है. इस परिवार में शामिल हुए नए सदस्यों का हम स्वागत करते हैं. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि नए और पुराने को साथ रखकर पार्टी को बढ़ाने सभी प्रयास करेंगे, यह अपेक्षा है. कुछ दिन पहले शिवसेना के पूर्व नगरसेवक विशाल धनवड़े, बाला ओसवाल और पल्लवी जावले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. उसके बाद यह तय हो गया था कि वे भाजपा में प्रवेश करेंगे. उस वक्त संगीता ठोसर और प्राची आल्हाट के परिजन उपस्थित थे, लेकिन यह दोनों पूर्व नगरसेविकाएं उपस्थित नहीं थी. इसलिए शिवसेना ठाकरे गुट द्वारा विशाल धनवड़े, बाला ओसवाल और पल्लवी जावले को पार्टी से निष्कासित करने की कार्रवाई की गई.
 
क्यों थामा भाजपा का हाथ?
 
शिवसेना ठाकरे गुट के पूर्व नगरसेवकों द्वारा शिवसेना शिंदे गुट में जाने के बजाय भाजपा में प्रवेश करने का निर्णय क्यों लिया? यह सभी के मन में सवाल था. पुणे में शिवसेना शिंदे गुट काफी कमजोर है. वहीं शिंदे शिवसेना द्वारा बार-बार ठाकरे परिवार पर निशाना साधा जाता है. दूसरी ओर आगामी मनपा चुनाव में भाजपा अकेले चुनाव लड़ने का लगभग तय है. मनपा में पिछली बार भाजपा के 100 नगरसेवक थे. राज्य और केंद्र में भाजपा की सत्ता के चलते भाजपा में प्रवेश करने पर पेंडिंग कार्य तथा विकास निधि मिलने में कोई बाधा नहीं आएगी. साथ ही मनपा चुनाव में प्रभाग पद्धति में भाजपा को ही लाभ होता है. इस सभी बातों का विचार करते हुए शिवसेना ठाकरे गुट के पूर्व नगरसेवकों ने भाजपा में प्रवेश करने का निर्णय लिया है, ऐसा दिखाई दे रहा है
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