पुणे, 30 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) आज के युवा वैज्ञानिक ज्ञान और ठोस कार्यों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं, यह निश्चित रूप से उत्साहजनक है. इन शब्दों में उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सराहना की. जलवायु परिवर्तन और जल संरक्षण के लिए काम करने वाले युवाओं को सोमवार (29 सितंबर) को पुणे में पाटिल के हाथों सम्मानित किया गया. राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग, यूनिसेफ महाराष्ट्र, एक्वाडैम और सीईई के सहयोग से राज्यस्तरीय जल संरक्षण उत्कृष्ट पुरस्कार समारोह सीओईपी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया था. पाटिल ने राज्यभर के विभिन्न महाविद्यालयों, शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा किए गए उल्लेखनीय जल संरक्षण कार्य की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि युवाओं द्वारा आगे बढ़ाया गया आंदोलन व्यापक सामाजिक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण होता है. महाराष्ट्र सरकार और यूनिसेफ महाराष्ट्र ने 2023 से यूथ एंगेजमेंट एंड वॉटर स्ट्यूवर्डशिप नामक राज्यव्यापी अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत 13 जिलों के 1,500 से अधिक महाविद्यालयों में ग्रीन क्लब स्थापित करके व्यक्तिगत, संस्थागत और सामुदायिक स्तर पर जल बचत के लिए उपक्रम चलाए गए हैं. विद्यार्थियों ने टपकते नल को दुरुस्त करना, स्नान के लिए शॉवर की बजाय बाल्टी का उपयोग करना, दांत साफ करते समय पानी को व्यर्थ न बहाना जैसी आदतें अपनाईं. संस्थागत स्तर पर वर्षा जल संचयन, सोक पिट्स और रिचार्ज पिट्स बनाने जैसे उपक्रम भी किए गए. अगस्त 2023 से शुरू हुए इस अभियान में 7,91,000 विद्यार्थियों ने अपनी दैनिक आदतों में बदलाव कर सामूहिक रूप से लगभग 25.8 मिलियन घनमीटर पानी बचाया. राज्य सरकार ने जलवायु परिवर्तन और जल प्रबंधन विषयक ऑनलाइन स्व-पुस्तक (Self-paced) पाठ्यक्रम शुरू किया है. अब तक 2,25,378 विद्यार्थियों ने इस कोर्स में प्रवेश लिया है और 1,31,291 विद्यार्थियों ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया है.