पीडब्ल्यूडी के पूर्व चीफ इंजीनियर के यहां भाेपाल लाेकायु्नत की टीम ने अरबाें की काली कमाई का पर्दाफाश किया है. लाेकायु्नत पुलिस ने भाेपाल में चार स्थानाें पर छापे मारकर काली कमाई पकड़ी है. रिटायर्ड चीफ इंजीनियर गाेविंद प्रसाद मेहरा के यहां 9 लाख कैश, 3 किलाे से ज्यादा साेना, 6 किलाे चांदी 56 लाख से ज्यादा की एफडी तथा कराेड़ाें की प्राॅपर्टी के दस्तावेज मिले, आय से कई गुना ज्यादा संपत्ति मिलने से जांच अधिकारी चकित रह गए. मेहरा ने ठेकेदाराें और बिल्डिराें से सांठगांठ कर अरबाें की प्राॅपटी बनाई. एमपी में पीडब्ल्यूडी विभाग का अब तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हाेने से रिश्वतखाेर अधिकारियाें में हड़कंप मच गया है.
विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार भाेपाललाेकायुक्त टीम ने भ्रष्टाचार के आराेप में सेवानिवृत्त इंजीनियर-इन-चीफ जीपी मेहरा के कई ठिकानाें पर छापा मारा. गाेपनीय सूचना के आधार पर जांच शुरू हुई, जिसमें मेहरा ने अपनी सेवा के दाैरान भ्रष्टाचार कर स्वयं और परिवार के नाम पर भाेपाल, सैनी गांव (साेहागपुर) और नर्मदापुरम में कराेड़ाें की अचल संपत्तियां बनाईं.प्रारंभिक जांच में आराेप सही पाए जाने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1)(बी) और 13(2) के तहत केस दर्ज किया. लाेकायुक्त ने जीपी मेहरा के चार ठिकानाें पर छापा मारा. इसमें (1) भाेपाल के मणीपुरम काॅलाेनी में ए-6 स्थित निवास, (2) ओपल रेजेंसी, दाना पानी फ्लैट नंबर 508, (3) गाेविंदपुरा इंडस्ट्री एरिया में के.टी. इंडस्ट्रीज, और (4) नर्मदापुरम जिले के साेहागपुर तहसील के ग्राम सैनी शामिल है.
मणीपुरम काॅलाेनी के घर से 8.79 लाख रुपये नकद, 50 लाख के साेना-चांदी के जेवर, 56 लाख की फिक्स डिपाॅजिट और 60 लाख मूल्य के अन्य सामान के दस्तावेज मिले. ओपल रेजेंसी दाना पानी, ए ब्लाॅक, फ्लेैट नं. 508 में छापा में 26 लाख रुपये नकद, 2 किलाे 649 ग्राम साेना (लगभग 3.05 कराेड़ रुपये), 5 किलाे 523 ग्राम चांदी (5.93 लाख रुपये) और संपत्ति दस्तावेज बरामद हुए. गाेविंदपुरा की केटी.इंडस्ट्रीज (पीवीसी पाइप फैक्ट्री) में राेहित मेहरा और कैलाश नायक की पार्टनरशिप मिली. यहां उपकरण, कच्चा माल, तैयार माल और 1.25 लाख रुपये नकद जब्त किए गए, साथ ही संपत्ति दस्तावेज प्राप्त हुए्.