लक्ष्मी रोड, 14 अक्टूबर (आ.प्र.)
मंगलवार (14 अक्टूबर) को सोने की कीमतों ने एक और बड़ा आंकड़ा पार कर लिया और 1 लाख 26 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गए. वहीं, चांदी की कीमतें भी 1 लाख 80 हजार रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर चल रही हैं. वैेिशक हालात के साथ-साथ इसके कुछ और कारण भी देखे जा रहे हैं. विश्लेषकों का अनुमान है कि मौजूदा तेजी का रुख जारी रहेगा और आने वाले समय में कीमतों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. पिछले साढ़े तीन महीनों पर गौर करें तो सोने की कीमतों में 26 हजार रुपये की भारी बढ़ोतरी हुई है. जबकि एक ही महीने में सोने की कीमतों में 15 हजार रुपये और चांदी की कीमतों में लगभग 50 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है. अब तक की कीमतों को देखते हुए, यह धातु सबसे अयादा रिटर्न देने वाली धातु बन गई है. इसके अलावा, ग्राहक 24 घंटे के भीतर कहीं भी सोना बेचकर पैसा प्राप्त कर सकते हैं. इस लिहाज से, एक वेिशसनीय मुद्रा के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है. लोग अब इसमें निवेश करना पसंद करने लगे हैं. पिछले एक साल पर गौर करें तो इसमें 70% से अयादा का रिटर्न मिला है.
बाजार में सकारात्मक रुझान दिख रहा
बाजार में सकारात्मक रुझान दिख रहा है. निवेशक मौजूदा भाव पर खरीदारी कर रहे हैं क्योंकि आगे भी दाम बढ़ने की संभावना है. 70 प्रतिशत निवेशक और 30 प्रतिशत ग्राहक इस समय बाजार में दिख रहे हैं. आनेवाले 10 दिनों में डिलीवरी के लिए बुकिंग हो रही है. चांदी के दामों में काफी तेजी आई है. बुकिंग चल रही है क्योंकि फिलहाल बाजार में चांदी नहीं है. जिन लोगों ने भुगतान कर दिया है, उन्हें चांदी की डिलिवरी देनी होगी. आने वाले समय में धनतेरस, पाड़वा और भाऊबीज जैसे त्यौहार हैं. असली ग्राहक इन दिनों बाजार में आएंगे. कुल मिलाकर, सर्राफा बाजार में इस समय तेजी का रुख है. हालांकि, अगर कीमत लगातार बदलती रहती है या ऊपर-नीचे होती रहती है, तो ग्राहक भ्रमित हो जाते हैं. - फतेचंद रांका, अध्यक्ष, पुणे सर्राफ एसोसिएशन
पांच सालों में करीब ढाई गुना रिटर्न
कुल मिलाकर बाजार सकारात्मक है और खरीदारी करते समय लोगों के मन में कोई डर नहीं है. फिलहाल, तेजी का रुख़ रहने की प्रबल संभावना है. अगर हम पिछले सौ सालों पर गौर करें, तो सोने की कीमतें हमेशा ऊपर की ओर रही हैं. भले ही समय-समय पर कीमतों में थोड़ी- बहुत गिरावट हुई हो, लेकिन अब तक का अनुभव यही है कि सोने की कीमतें हमेशा बढ़ती ही हैं. लगता है कि भविष्य में सोना 1.5 लाख रुपये के आंकड़े को भी पार कर जाएगा. लोग धनतेरस और दीपावली पाड़वा पर सोना घर ले जाने के लिए बुकिंग करा रहे हैं. हमारे पास मुख्य रूप से सोने और हीरे के आभूषण में नई वैरायटी की सबसे अयादा मांग है. अगर हम पिछले पांच सालों पर गौर करें तो सोने ने करीब ढाई गुना रिटर्न दिया है. - साहिबदयाल सिंह बीर, निदेशक, नीलकंठ ज्वेलर्स
दिवाली और उसके बाद शादियों के लिए खरीदी जारी
सोने की कीमत बढ़ने के साथ ही निवेश भी बढ़ता है. भविष्य में भी कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं. लोग दिवाली और उसके बाद होने वाले विवाह समारोहों के लिए आभूषण खरीद रहे हैं. उपभोक्ताओं की मानसिकता अब यह बन रही है कि सोने की कीमतें कभी कम नहीं होंगी. लोगों की रुचि सोने और चांदी में भी बढ़ रही है. बाजार में कई लोगों का अनुमान है कि 2026 में सोने की कीमत लगभग दो लाख रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी की कीमत लगभग ढाई लाख रुपये प्रति किलोग्राम हो सकती है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर दिसंबर 2025 तक, यानी अगले दो महीनों में, सोने की कीमत डेढ़ लाख रुपये और चांदी की कीमत दो लाख रुपये तक पहुंच जाए. - दत्तात्रय देवकर, देवकर ज्वेलर्स,
सोना खरीदते समय लंबी अवधि के बारे में सोचें
बैंक ऑफ अमेरिका ने अब सोने का लक्ष्य बढ़ाकर 5,000 डॉलर प्रति औंस कर दिया है. यानी, वैेिशक स्तर पर भी उन्हें तेजी देखने को मिल रही है. स्थानीय बाजार में भी सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल है. बड़े निवेशक, केंद्रीय बैंक, बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं. अगर आप अभी इस स्तर पर सोना खरीदना चाहते हैं, तो आपको कम से कम तीन से पांच साल के लिए सोचना चाहिए. आपको ट्रेडिंग या अल्पकालिक लाभ के लिए सोना खरीदने के बारे में नहीं सोचना चाहिए. अब तक का अनुभव यही है कि सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. इसे देखते हुए, लंबी अवधि में सोने में निवेश करना हमेशा फायदेमंद होता है. इसलिए, ग्राहकों को सोना खरीदते समय लंबी अवधि के बारे में सोचना चाहिए. -संगीता ललवाणी, निदेशक, गोल्ड मार्ट
दोनों धातुओं में वेिशास और बढ़ रहा है
जैसे-जैसे सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, यह प्रतिक्रिया भी बढ़ रही है. चांदी की भी बड़े पैमाने पर बुकिंग हो रही है. लोग दिवाली पर सोना या चांदी घर ले जाने के लिए बुकिंग करा रहे हैं. निवेश लगातार बढ़ रहा है. जैसे-जैसे कीमतें बढ़ रही हैं, इन दोनों धातुओं में वेिशास और बढ़ रहा है, इसलिए ऐसा लगता है कि निवेश जारी है. वैेिशक स्थिति को देखते हुए, इन दोनों धातुओं में इस समय तेजी का माहौल है. इसके अलावा, लोग दिवाली तक विभिन्न कारणों से खरीदारी करते हैं, इसलिए कीमतों में तेजी बनी रहने की उम्मीद है. - राजेश सोनी, निदेशक, एचपी ज्वेलस
पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें
दिनांक सोना चांदी
14 अक्टूबर 1,26,000 1,80,500
13 अक्टूबर 1,24,100 1,76,500
10 अक्टूबर 1,20,800 1,65,500
05 अक्टूबर 1,17,500 1,48,000
25 सितंबर 1,24,100 1,76,500
14 सितंबर 1,09,500 1,28,000
23 जुलाई 1,00,300 1,16,000