सारे धर्माें के बीच समन्वय खतरनाक सिद्ध हाेगा

15 Oct 2025 21:53:34
 

Osho
प्रश्न: क्या सभी धर्माें के समन्वय से वास्तविक धर्म का जन्म नहीं हाे सकता है? क्या हिंदू, मुसलमान, ईसाई, जैन, बाैद्ध, पारसी, सिक्ख, और सभी धर्म इकट्ठे हाे जाएं और इन सब धर्माें के बीच काेई समन्वय, काेई सिंथीसिस खाेजी जा सके? ताे क्या वह सच्चा धर्म नहीं हाेगा?
एक छाेटी सी कहानी कहूं और िफर इस संबंध में कुछ कहूंगा.डार्विन का नाम ताे सुना ही हाेगा. डार्विन ने पशुओं- पक्षियाें, कीड़ाें-मकाेड़ाें के बाबत सारे जीवन अध्ययन किया था. और उसी अध्ययन से वह इस नतीजे पर भी पहुंच गया था कि मनुष्य भी पशुओं की ही एक जाति है और पशुओं से ही विकसित हुई है. उसकी जानकारी इतनी अदभुत थी कीड़े-मकाेड़ाें, पशुओं और पक्षियाें के संबंध में कि वह किसी भी कीड़े और मकाेड़े की जाति बता सकता था, उसके संबंध में सब कुछ बता सकता था. कुछ वनस्पतिशास्त्री मित्राें के घर वह एक दा मेहमान था. उन्हें मजाक सूझी, उन्हाेंने पांच-छह छाेटे-छाेटे कीड़े-पतंगे पकड़ कर उनके टुकड़े-टुकड़े काट लिए और एक नया कीड़ा बना लिया.
पंख हैं दूसरे कीड़े के, धड़ दूसरे कीड़े का, पैर दूसरे कीड़े के, सब टुकड़े अलग-अलग कीड़ाें से काट कर एक नया कीड़ा जाेड़ कर बना लिया. वे सभी विशेषज्ञ थे, सभी वैज्ञानिक थे. डार्विन काे धाेखा देने के लिए उन्हाेंने एक नया कीड़ा बना लिया कि जब डार्विन आएगा ताे पूछेंगे, यह किस काेटि का कीड़ा है? हाे सकता है डार्विन भी धाेखे में आ जाए और काेई काेटि बता दे ताे बड़ा मजाक हाेगा.डार्विन आया, ताे उन्हाेंने भाेजन और विश्राम के बाद उसे वे अपनी प्रयाेगशाला में ले गए और उन्हाेंने कहा, हमने एक ऐसा कीड़ा पकड़ा है, जिसकी जाति तय करनी कठिन है. वह इतना अनूठा है कि उस जैसा कीड़ा अब तक देखा नहीं गया. डार्विन गया. उन्हाेंने उससे पूछा कि बताएं यह किस स्पेसीज, किस जाति का कीड़ा है? डार्विन ने उसे गाैर से देखा और कहा, दिस इज़ हम्बग, सर. डार्विन ने कहा, यह काेई कीड़ा नहीं है, यह एक खिचड़ी है.
अगर सारे धर्माें काे मिला कर, जिसकाे लाेग समन्वय कहते हैं, काेई धर्म बने, ताे कहना पड़ेगा- दिस इज़ हम्बग रिलीजन, सर. यह काेई धर्म नहीं है, यह खिचड़ी है. और एक बीमारी ही जब खतरनाक हाेती है, दस-पंद्रह बीमारी इकट्ठी मिल जाएं ताे और मुश्किल हाे जाएगी. अगर ये सारे धर्माें के बीच काेई समन्वय बना लिया जाए ताे वह और भी खतरनाक सिद्ध हाेगा. वह राेग नहीं हाेगा, महाराेग हाेगा.सच्चे धर्म का काेई संबंध इन प्रचलित सारे धर्माें काे जाेड़ लेने से नहीं है, वरन सच्चे धर्म का संबंध ताे स्वयं की सत्ता और विश्वसत्ता के बीच संबंध काे खाेज लेने से है. सच्चा धर्म किसी आर्गनाइजेशन, किसी संगठन और संप्रदाय में नहीं है और न सभी संप्रदाय और सभी संगठनाें के मेल और उनके इकट्ठा कर लेने में है.
 
 
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