
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है. ऐसी स्थिति में देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा में संतुलन पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हाे जाता है. नई दिल्ली में पुलिस स्मृति दिवस समाराेह काे संबाेधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना और पुलिस अलग-अलग मंचाें पर कार्य करते हैं, लेकिन उनका लक्ष्य एक ही है और वह है राष्ट्र की सुरक्षा बनाए रखना.उन्हाेंने सशस्त्र बलाें और पुलिस बलाें काे राष्ट्रीय सुरक्षा के स्तंभ बताया.वर्तमान चुनाैतियाें पर राजनाथ सिंह ने कहा कि समाज में नए प्रकार के अपराध, आतंकवाद और वैचारिक संघर्ष उत्पन्न हाे रहे हैं. उन्हाेंने बताया कि अपराध अधिक संगठित, अदृश्य और जटिल हाे गया है. इसका उद्देश्य समाज में अराजकता और अविश्वास उत्पन्न करना और राष्ट्र की स्थिरता काे कमजाेर करना है. उन्हाेंने अपराध राेकने की अपनी आधिकारिक जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ समाज में विश्वास बनाए रखने के अपने नैतिक कर्तव्य काे पूरा करने के लिए पुलिस की सराहना की.राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन के संगठित प्रयासाें से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्राें में सम्बंधित समस्याएं कम हुई हैं जिससे लाेगाें ने राहत की सांस ली.