असीमित ज्ञान प्रदान करने की क्षमता ही सच्चे शिक्षक की पहचान

06 Oct 2025 14:52:02
bdsbsd 
 
बावधन, 5 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

पुराने शिक्षकों का दृष्टिकोण अलग था. छात्रों के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव भी एक अलग स्तर का था. सीमित संसाधनों के बावजूद, असीमित ज्ञान प्रदान करने की क्षमता ही सच्चे शिक्षक की पहचान है. डॉ. चंद्रकांत रावल ने कहा कि इस सिद्धांत को प्रत्येक शिक्षक को आत्मसात करना चाहिए. वे सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस महोत्सव में बोल रहे थे. इस विशेष समारोह के दौरान, प्रो. डॉ. चंद्रकांत एन. रावल को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सूर्यदत्त सूर्य सरस्वती जीवन गौरव राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया. सूर्यदत्त समूह की उपाध्यक्ष सुषमा एस. चोरडिया ने कहा कि एक शिक्षक न केवल ज्ञान देने वाला होता है, बल्कि जीवन का निर्माता भी होता है. इस समारोह में छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम का समन्वय स्वप्नाली कोगजे ने किया. डॉ. सुनील धनगर ने कार्यक्रम का संचालन किया. कार्यक्रम का समापन सहायक उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया.  
 
शिक्षा समाज निर्माण का सबसे प्रभावी माध्यम
सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, शिक्षा केवल डिग्री तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज निर्माण का सबसे प्रभावी माध्यम है. हम छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं. शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करके, हम शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरक व्यक्तित्वों को हृदय से नमन करते हैं.  
Powered By Sangraha 9.0