पुणे, 7 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईएएल) का उद्घाटन कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रहा है. यह केवल मुंबईकरों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे पश्चिम महाराष्ट्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. इस हवाई अड्डे से पुणे, पिंपरी-चिंचवड, कोल्हापुर, सातारा, सोलापुर सहित संपूर्ण पश्चिम महाराष्ट्र क्षेत्र को नई अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, रोजगार और निवेश के अवसर प्राप्त होंगे, यह बात केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री और पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल ने कही. मोहोल ने कहा कि नवी मुंबई इंटनेशनल एअरपोर्ट प्रायवेट लिमिटेड (एनएमआईएएल) यह कंपनी महाराष्ट्र के नवी मुंबई स्थित ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की योजना, विकास, निर्माण, संचालन, रखरखाव, प्रबंधन और विस्तार कार्यों के लिए विशेष रूप से गठित की गई है स्पेशल पर्पज व्हीकल. यह संपूर्ण परियोजना मुंबई इंटरनॅशनल एअरपोर्ट लिमिटेड और सिडको के बीच सार्वजनिक- निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत बनाई जा रही है. यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित ‘विकसित भारत 2047' के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की दूरदर्शी नीति के कारण इस हवाई अड्डे का काम पूरा हुआ है, जिससे पूरे महाराष्ट्र को विभिन्न क्षेत्रों में लाभ होगा. पुणेकरों को इस हवाई अड्डे से दोहरा फायदा मिलेगा मुंबई हवाई अड्डे पर भीड़ के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के स्लॉट सीमित हैं, लेकिन अब नवी मुंबई हवाई अड्डे से अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उपलब्ध होंगी. साथ ही, पुणे, पिंपरीचिंचव ड और बारामती क्षेत्र के उद्योगों को निर्यात के लिए नजदीकी और आधुनिक कार्गो केंद्र मिलेगा. हवाई अड्डे पर निर्मित अत्याधुनिक कार्गो टर्मिनल सालाना लगभग 3.2 मिलियन मीट्रिक टन माल संभालने की क्षमता रखता है. इससे पुणे जिले के ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा और एग्री-प्रोसेसिंग उद्योगों को निर्यात में बड़ी सुविधा मिलेगी. नवी मुंबई हवाई अड्डा ठाणे, भिवंडी और जेएनपीटी बंदरगाह के निकट स्थित होने के कारण मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के माध्यम से पुणे से सीधे 2.5 से 3 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. इससे एयर कार्गो का समय घटेगा और निर्यात लागत में भी कमी आएगी. मोहोल ने आगे कहा कि यह परियोजना महाराष्ट्र के सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है. यह पुणेकरों के लिए पर्यावरण-सम्मत विकास का एक आदर्श उदाहरण बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाने के अपने ‘उड़ान' संकल्प को साकार किया है. नवी मुंबई हवाई अड्डा उसी दृष्टिकोण का अगला कदम है. यह केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि भारत के नए आर्थिक क्षितिज का प्रवेशद्वार है. इसी प्रकार हिंजवड़ी और मारुंजी क्षेत्र में प्रसिद्ध आईटी कंपनियों के कार्यालय स्थित हैं. इन सभी कंपनियों और उनके कर्मचारियों को इस हवाई अड्डे का सीधा लाभ मिलेगा. इसके कारण पिंपरी-चिंचवड़ के पुनावले, किवले और गहुंजे क्षेत्र को भी विशेष महत्व प्राप्त होगा.
औद्योगिक कॉरिडोर के विकास में तेजी आएगी
मोहोल ने कहा कि मुंबई के विस्तार की स्वाभाविक दिशा अब पुणे की ओर बढ़ रही है. इस हवाई अड्डे के कारण पुणे-मुंबई महानगर क्षेत्र में नए औद्योगिक कॉरिडोर का विकास तेजी से होगा. नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सबसे उन्नत और पर्यावरण-संवेदनशील हवाई अड्डा है. इसमें 47 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन, वर्षा जल संचयन और इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग जैसी सुविधाएं होंगी, जिससे यह वास्तव में ‘ग्रीन एअरपोर्ट' कहलाएगा.
हवाई अड्डा ‘ग्लोबल गेटवे टू ग्रोथ' साबित होगा पुणे, पिंपरी-चिंचवड़ और आसपास के नागरिकों के लिए यह हवाई अड्डा ‘ग्लोबल गेटवे टू ग्रोथ' साबित होगा. उन्होंने आगे कहा, पुणे के उद्योगों, पर्यटन क्षेत्र और नागरिकों को इस हवाई अड्डे से वैेिशक स्तर पर पहुंचने का स्वर्णिम अवसर मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र नई विकास ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा. तलेगांव और चाकण क्षेत्र में कई बहुराष्ट्रीय उत्पादन कंपनियां और ऑटोमोबाइल उद्योग हैं.