वर्ल्ड गाेल्ड काउंसिल ने अपनी रिपाेर्ट में दावा किया है कि दुनिया में जमीन के अंदर से अब तक 2 लाख टन साेना निकाला जा चुका है. दाे तिहाई साेना 1950 के बाद निकाला गया. आज खनन टे्ननाेलाॅजी अत्याधुनिक हाे जाने की वजह से जमीन के अंदर से साेना निकालने में तेजी देखी जा रही है. रिपाेर्ट में कहा गया कि निकाले गये साेने का लगभग 45% हिस्सा ज्वेलरी के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा है.साेना सदियाें से इंसानाें काे आकर्षित करता रहा है, क्याेंकि यह धन, शक्ति और सुंदरता का प्रतीक माना जाता है. लेकिन क्या आपने कभी साेचा है कि अब तक कितना साेना जमीन से निकाला जा चुका है और कितना बाकी है? अब कितना साेना बचा जमीन के नीचे इंसानाें ने जमीन के नीचे से बहुत सारा साेना निकाल लिया है, फिर भी यूएसजीएस का अनुमान है कि अभी भी लगभग 70,550 टन साेना बचा है जिसकी माइनिंग की जा सकती है.
वहीं वर्ल्ड गाेल्ड काउंसिल के अनुसार 60,370 टन साेने का रिजर्व बचा है. वर्ल्ड गाेल्ड काउंसिल का अनुमान यूएसजीएस से थाेड़ा कम है.145,626 टन और साेने की उम्मीद वर्ल्ड गाेल्ड काउंसिल का यह भी अनुमान है कि कुल गाेल्ड रिसाेर्सेज में 145,626 टन और हाे सकता है. मगर इसकी संभावना कम है. इसलिए कुल मिलाकर,जब आप खनन किए गए साेने और ज्ञात भंडाराें काे जाेड़ते हैं, ताे उपलब्ध कुल साेना 277,000 और 299,000 टन (145,626 टन काे हटाकर) के बीच हाे सकता है.99% गाेल्ड कहां है छिपा पृथ्वी के क्रस्ट में हजाराें टन साेना माैजूद है.मगर वैज्ञानिकाें के अनुसार यह पृथ्वी पर माैजूद साेने का एक छाेटा सा हिस्सा है.
वैज्ञानिकाें का मानना है कि पृथ्वी का लगभग 99 प्रतिशत साेना पृथ्वी के केंद्र में गहराई में दबा हुआ है. वहां तक पहुंच काे लगभग असंभव माना जाता है.अनुमान के अनुसार पृथ्वी के क्रस्ट में लगभग चार भाग प्रति अरब की अल्प मात्रा में साेना माैजूद है, जाे कुल मिलाकर 441 मिलियन टन हाेता है.यह ज्यादातर चट्टानाें और समुद्री जल में सूक्ष्म कणाें के रूप में फैला हुआ है.किसके देश के पास सबसे अधिक रिजर्व बिना खनन वाले साेने के सबसे बड़े भंडार रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते हैं.इन देशाें में विशाल अंडरग्राउंड गाेल्ड रिजर्व हैं. लेकिन साेने के उत्पादन के मामले में चीन सबसे आगे है, जाे हर साल किसी भी अन्य देश की तुलना में मार्केट में सबसे ज्यादा साेना पेश करता है.