स्वारगेट, 11 नवंबर (आ. प्र.) पुणे मनपा के आम चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग के आदेशानुसार मंगलवार को वार्ड आरक्षण का ड्रॉ निकाला गया. स्वारगेट स्थित गणेश कला क्रीड़ा मंच में मनपा आयुक्त नवल किशोर राम की अध्यक्षता में यह ड्रॉ प्रक्रिया संपन्न हुई. इस ड्रॉ के बाद किस वार्ड में कौन-सा आरक्षण लागू होगा, यह निश्चित हो गया है, जिससे इच्छुक उम्मीदवार अब आगे की तैयारी में जुटने के लिए स्वतंत्र हो गए हैं. आरक्षण ड्रॉ के लिए बड़ी संख्या में इच्छुक नागरिक उपस्थित थे. आरक्षित सीटों का ड्रॉ संपन्न होने के बाद नागरिकों ने खुशी जताई. मंगलवार सुबह 11 बजे गणेश कला क्रीड़ा मंच में वार्ड आरक्षण ड्रॉ कार्यक्रम शुरू हुआ. मनपा आयुक्त नवल किशोर राम, अतिरिक्त आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी., ओमप्रकाश दिवटे, उपायुक्त और मनपा चुनाव विभाग प्रमुख प्रसाद काटकर सहित मनपा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. लॉटरी प्रक्रिया शुरू करने से पहले आयुक्त नवल किशोर राम ने उपस्थित नागरिकों को पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ड्रॉ किस प्रकार और किस क्रम में निकाला जाएगा. इसके बाद उपायुक्त प्रसाद काटकर ने आगे की प्रक्रिया संभाली. ड्रॉ निकालने के लिए महर्षिनगर स्थित मनपा के श्री संत नामदेव प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को लाया गया था. उन विद्यार्थियों के हाथों से चिठ्ठियां निकाली गईं. सबसे पहले एससी कैटेगरी के लिए आरक्षित 22 प्रभागों में से 11 प्रभागों के लिए 11 चिठ्ठियां निकाली गईं. इससे पूर्व एससी कैटेगरी की 22 चिठ्ठियां एक बड़े पारदर्शी ड्रम में रखी गईं. ड्रम को घुमाने के बाद विद्यार्थियों के हाथों से एक-एक चिठ्ठी निकाली गई. जिस चिठ्ठी में जिस वार्ड का नाम आया, वह वार्ड एससी महिला के लिए आरक्षित घोषित किया गया. पहली चिठ्ठी 12 अ वार्ड की निकली. आगे की चिठ्ठियां निकाली गईं. एससी का आरक्षण पूरा होने के बाद एसटी कैटेगरी के लिए लॉटरी निकाली गई. उसके बाद ओबीसी प्रभाग निश्चित किए गए. ओबीसी महिलाओं का आरक्षण तय होने के बाद सभागार में उपस्थित नागरिकों ने खुशी का इजहार किया.
बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था मनपा की ओर से आरक्षण लॉटरी के लिए बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई थी, ताकि सभागार में उपस्थित सभी लोग प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से देख सकें. पूरी लॉटरी प्रक्रिया का वीडियोग्राफी भी की गई. नागरिकों की समझ के लिए प्रत्येक चिठ्ठी को दिखाकर बड़े ड्रम में रखकर विद्यार्थियों के हाथों से उसे निकाला गया.