भारत और अमेरिका के बीच 10 साल की ऐतिहासिक डिफेंस डील हुई. राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने शुक्रवार काे इस पर हस्ताक्षर किए.रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- दाेनाें देशाें में बिगड़ते संबंध सुधरेंगे. अमेरिका से भारत काे अत्याधुनिक हथियार, हेलीकाॅप्टर, नई-नई तकनीक मिलेगी. अमेरिका मेक इन इंडिया के तहत प्राेड्नट भी खरीदेगा.विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार यह समझाैता शुक्रवार काे कुआलालंपुर (मलेशिया) में हुआ, जहां दाेनाें देश अडएअछ रक्षा मंत्रियाें की बैठक में शामिल थे. भारत के रक्षा मंत्री राजनाथसिंह और अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने इस समझाैते पर दस्तखत किए.अमेरिका ने कल ही भारत काे ईरान के चाबहार बंदरगाह पर प्रतिबंधाें से छह महीने के लिए रियायत दी है.
जबकि पहले उसने कहा था कि इस बंदरगाह काे चलाने, पैसे देने या उससे जुड़े किसी काम में शामिल कंपनियाें पर जुर्माना लगाएगा. यह पाेर्ट 10 साल के लिए भारत के पास लीज पर है. अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने ए्नस पर लिखा- मैंने राजनाथ सिंह के साथ 10 साल का अमेरिका- भारत रक्षा समझाैता साइन किया है. यह हमारी साझेदारी काे और मजबूत करेगा.दाेनाें देशाें के बीच समन्वय, जानकारी साझा करने और तकनीकी सहयाेग कनया दाैर शुरू हाे रहा है. समझाैता साइन हाेने के बाद हेगसेथ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह काे शुक्रिया कहा. उन्हाेंने बताया कि यह रिश्ता दुनिया के सबसे अहम रिश्ताें में से एक है. दाेनाें देश एक-दूसरे पर भराेसा करते हैं और इंडाे-पेसिफिक इलाके में सुरक्षा व खुशहाली चाहते हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बैठक आसियान देशाें और भारत के बीच रक्षा सहयाेग काे और मजबूत करेगी. इससे भारत की एक्ट ईस्ट पाॅलिसी काे भी बल मिलेगा. यह समझाैता ऐसे वक्त पर हुआ है, जबदाेनाें देश के अधिकारी ट्रेड डील पर बातचीत कर रहे हैं. अमेरिका ने रूसी तेल खरीदने की वजह से भारत पर 50% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया है. काॅमर्स मंत्री पीयूष गाेयल साफ कह चुके हैं कि भारत काेई व्यापार समझाैता जल्दी-जल्दी में नहीं साइन करेगा. हम किसी की ऐसी शर्त नहीं मानेंगे जाे हमारे व्यापार काे राेकती हाे. उन्हाेंने कहा कि व्यापार सिर्फ टैरिफ का खेल नहीं है. यह विश्वास और लंबे रिश्ते का मामला है. फिर भी गाेयल ने बताया कि दाेनाें देशाें की टीमें मिलकर काम कर रही हैं. जल्द ही एक अच्छा और निष्पक्ष समझाैता हाेने की उम्मीद है. कुछ दिन पहले विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी कुआलालंपुर में थे.