भारी गाड़ियों के यातायात से लोगों की जान को खतरा

27 Nov 2025 14:17:15

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मुंबई, 26 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

राज्य के शहरी इलाकों में भारी गाड़ियों (मिक्सर, ट्रक, डंपर) की बेकाबू आवाजाही बढ़ रही है. इससे लोगों की जान को गंभीर खतरा हो रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक से तुरंत सख्त कदम उठाने की अपील की है. गौरतलब है कि 21 नवंबर को हिंजवड़ी (पुणे) में एक भारी गाड़ी से हुए भयानक एक्सीडेंट में एक युवती रिदा शेख की मौत हो गई थी. उस घटना का जिक्र करते हुए, डॉ. गोर्हे ने पूरे राज्य के शहरी इलाकों में यातायात सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. डॉ. गोर्हे ने अपने पत्र में कहा है कि पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, नासिक, नागपुर जैसे महानगरों में भारी गाड़ियों की लापरवाही और गैर-कानूनी आवाजाही बड़े पैमाने पर हो रही है. इस वजह से एक्सीडेंट की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. 1 जनवरी से 5 नवंबर, 2025 तक पुणे और पिंपरी चिंचवड़ इलाकों में भारी गाड़ियों की वजह से 1,847 एक्सीडेंट हुए हैं. इसमें 212 लोगों की मौत हुई है. नियम तोड़ने पर गाड़ियों को जरत करके सख्त कार्रवाई करना. मंगलवार को होगी अहम बैठक डॉ. गोर्हे ने बताया कि राज्य में भारी गाड़ियों के ट्रैफिक पर कंट्रोल को और असरदार बनाने के लिए 2 दिसंबर, 2025 को पुणे में उनकी अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई है. इस बैठक में मिक्सर ट्रैफिक के मैनेजमेंट, नवले पुल पर हुए भयानक हादसे और राज्य में भारी गाड़ियों की सुरक्षा के लिए एक पूरी पॉलिसी बनाने पर विस्तार से चर्चा होगी.  
 
डॉ. गोर्हे द्वारा सुझाए गए उपाय

 शहरी इलाकों में भारी गाड़ियों की एंट्री सिर्फ तय समय पर ही हो. कंस्ट्रक्शन और इंडस्ट्रियल परमिट सिस्टम को सख्ती से लागू करना. मुख्य सड़कों पर भारी गाड़ियों के लिए अलग लेन जशरी है. जीपीए बेस्ड स्पीड लिमिटर जशरी बनाना. ओवरलोडिंग पर कंट्रोल के लिए डिजिटल वेब्रिज और छझठ कैमरों से इंस्पेक्शन स्टेशनों को मजबूत करना.  
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