गुरु तेग बहादुरजी का बलिदान कभी न भूलनेवाला

28 Nov 2025 14:18:00

vd


 पुणे, 27 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने वेिशास जताया कि,भारत पर लगातार हो रहे विदेशी हमलों को रोकने में देश के कुछ राज्यों का बड़ा योगदान रहा है.इसमें महाराष्ट्र व पंजाब का नाम मुख्य रूप से लिया जाता है.गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान कभी न भूलने वाला है, और उनके प्रयासों से धर्म पर हो रहे हमले को रोका गया.उनके काम के बारे में जानकारी देने वाली किताब इस शानदार इतिहास को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में अहम होगी. उन्होंने भरोसा देते हुए कहा कि, राज्य सरकार राज्य की हर लाइब्रेरी में गुरु तेग बहादुर जी पर किताबें बांटेगी और नांदेड़ में स्वामी रामानंद तीर्थ यूनिवर्सिटी में गुरु गोविंद सिंह अध्यापन केंद्र को मजबूत करेगी. गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ के मौके पर सरहद, पुणे द्वारा पूरे साल चलाई जा रही कई उपक्रमों और गुरु तेग बहादुर जी किताब का चंद्रकांत पाटिल ने विमोचन किया. वे इस अवसर पर बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरु नानक एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष संत सिंह मोखा ने की,जबकि गुरुद्वारा दरबार के अध्यक्ष चरणजीत सिंह साहनी मुख्य रूप से मौजूद थे.मंत्री चंद्रकांत पाटिल का स्वागत डॉ.अमोल देवलेकर, संतसिंह मोखा, चरणजीतसिंह साहनी ने किया. सरहद, पुणे के संस्थापक संजय नहार, ट्रस्टी डॉ.शैलेश पगारिया,डॉ.अमोल देवलेकर, शैलेश वाडेकर, अनुज नहार मंच पर उपस्थित थे. यह कार्यक्रम (26 नवंबर) को महाराष्ट्र साहित्य परिषद के माधवराव पटवर्धन हॉल में आयोजित किया गया था. प्रस्तावना में संजय नहार ने कहा कि, गुरु तेग बहादुर जी ने देश की आजादी की लड़ाई में अनमोल कार्य किया है. उनकी 350वीं शहादत वर्षगांठ के मौके पर,आने वाले साल में देश में कई तरह के उपक्रमों की शुरूवात की जाएंगी, जिसका प्रारंभ इस किताब के विमोचन से हो रहा है. इससे सिखों के इतिहास को पूरे देश में फैलाने में मदद मिलेगी. चरणजीत साहनी ने कहा कि, यह किताब एक चित्रकथा के जरिए आसान शब्दों में गुरु तेग बहादुर जी के कार्य के बारे में जानकारी देती है.यह किताब पूरे साल स्कूलों में बांटी जाएगी. जिससे गुरु तेग बहादुर जी के कार्य लोगों के मन में बैठेंगे. कार्यक्रम का संचालन लेशपाल जवलगे ने किया, अनुज नहार ने आभार प्रदर्शन किया.  
Powered By Sangraha 9.0