पुणे में खेल संस्कृति को मिलेगी मजबूती : अंजलि भागवत

03 Nov 2025 09:00:40

aaaa

 पुणे, 2 नवंबर (आ.प्र.)


 पुणे में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. सांसद खेल महोत्सव के माध्यम से सभी खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का मंच मिलेगा. इससे पुणे की खेल संस्कृति को मजबूती मिलेगी. इन प्रतियोगिताओं से कुछ खिलाड़ी भविष्य में देश का प्रतिनिधित्व भी कर सकते हैं, ऐसा प्रतिपादन खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त ओलंपियन निशानेबाज अंजलि भागवत ने किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट युवा फॉर विकसित भारत के आह्वान को प्रतिसाद देते हुए केंद्रीय सहकार एवं ना- गरी विमानन राज्यमंत्री तथा पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोळ की पहल से पहले सांसद खेल महोत्सव की रविवार से शुरुआत हुई. इस महोत्सव की शुरुआत मैराथन से हुई. स. प. महाविद्यालय के मैदान में रविवार को हुए पारितोषिक समारोह के अवसर पर सांसद खेल महोत्सव के लिए ज्योति प्रज्वलन कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस अवसर पर अंजलि भागवत ने महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन घोषित किया. यह ज्योति प्रज्वलित करने के लिए ओलंपियन, एशियाई पदक विजेता और विभिन्न खेलों के पूर्व खिलाड़ी व प्रशिक्षकों को आमंत्रित किया गया था. इस अवसर पर श्रीरंग इनामदार, रमेश विपट, सुरेखा द्रविड़, गौरव नाटेकर, संदीप कीर्तने, केदार जाधव, रेखा भिडे, मनोज पिंगले, शांताराम जाधव, मनोर एरंडे, शकुंतला खटावकर, आकांक्षा हगवणे, कौस्तुभ राडकर आदि पूर्व व वर्तमान खिलाड़ी उपस्थित थे. सांसद मोहोल ने आकांक्षा के फुगे उड़ाकर प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया. इस अवसर पर बोलते हुए मोहोल ने कहा, यदि युवा तंदुरुस्त रहेगा तो देश तंदुरुस्त रहेगा. इसी उद्देश्य से इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है.
 
 
aaaa
    
 मेरे पुणे ने देश को कई खिलाड़ी दिए हैं. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से पुणे की खेल संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना है. मोहोल ने यह भी कहा कि वे पीछे रहकर यह मंच पूरी तरह खिलाड़ियों का बनाना चाहते हैं और सभी पूर्व खिलाड़ियों से आगे आने का आवाहन किया. सांसद खेल महोत्सव 16 नवंबर तक चलेगा. शहर के विभिन्न मैदानों पर कुल 35 प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है. इन प्रतियोगिताओं का आयोजन विभिन्न खेल संघों के सहयोग से किया जा रहा है. इस महोत्सव में खिलाड़ियों के साथ वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और आम नागरिकों को भी अपने कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा. भारतीय पारंपरिक खेलों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई स्पर्धाएं भी इसमें शामिल हैं.
इनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी, बास्केटबॉल, बॉडी बिल्डिंग, बॉक्सिंग, कैरम, शतरंज, साइक्लिंग, क्रिकेट, फुटबॉल, जिम्नास्टिक, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, मल्लखांब, पिकलबॉल, रोलबॉल, शूटिंग, स्केटिंग, सॉफ्टबॉल, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, टेनिस, वॉलीबॉल, वॉल क्लाइम्बिंग, वॉटर पोलो, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, वुशू, योग और स्क्वैश जैसी प्रतियोगिताएं शामिल हैं. दिव्यांगों के लिए विशेष तैराकी स्पर्धा और व्हीलचेयर बास्केटबॉल प्रतियोगिता, तथा वरिष्ठ नागरिकों
के लिए कैरम स्पर्धा आयोजित की गई है. प्रतियोगिताएं सणस मैदान, टिळक तालाव मैदान, सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय, म्हालुंगे-बालेवाडी क्रीड़ा संकुल, स. प. महाविद्यालय, महाराष्ट्र मंडल, डेक्कन जिमखाना और खराड़ी सहित अन्य स्थानों पर होंगी. 

 मुरलीधर मोहोल ने कहा...
 
प्रधानमंत्री नरेंद्रजी मोदी के नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत बनने की दिशा में हम ओशासक कदम बढ़ा रहे हैं. लेकिन इसके लिए युवा और सक्षम भारत के साथ-साथ एक स्वास्थ्य संपन्न भारत होना भी उतना ही आवश्यक है. इसी उद्देश्य से मोदीजी ने फिट इंडिया, स्लिम इंडिया जैसी मुहिमें सफलतापूर्वक चलाई हैं, जिन्हें पुणेकरों ने उत्साहपूर्वक स्वीकार किया है. इसी प्रकार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से संतुलित जीवन और आहार शैली का मंत्र भारत के साथ-साथ वेिशभर में फैलाया गया है. खेलो इंडिया स्कूल और युवा खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से खेल क्षेत्र में उभरती प्रतिभाओं को ओलंपिक पदक तक पहुंचाने की उपयुक्त कार्य संस्कृति हमने विकसित की है. आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं अब देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं, जिससे भारत में स्वास्थ्य क्रांति आई है और भारतीयों का जीवन स्तर ऊंचा हुआ है.
Powered By Sangraha 9.0