खड़की, 16 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) खड़की शिक्षण संस्था के टीकाराम जगन्नाथ कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय स्वायत्त, खड़की पुणे में पुणे पुस्तक महोत्सव के अंतर्गत पठन संस्कृति को वैेिशक स्तर पर स्थापित करने वाला एक अभूतपूर्व और वेिश रिकॉर्ड बनाने वाला कार्यक्रम ‘कोहिनूर ग्रुप' द्वारा आयोजित किया गया. शांतता पुणेकर वाचत आहेत' की संकल्पना पर आधारित इस पहल में पठन आंदोलन से जुड़े पाठकों के पुस्तक पढ़ते हुए छायाचित्रों का उपयोग कर देवनागरी लिपि में ‘पुस्तक' शब्द की भव्य प्रतिकृति तैयार की गई. इस अभिनव उपक्रम के लिए कुल 17,001 पाठकों के छायाचित्रों का उपयोग किया गया और इसकी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में आधिकारिक रूप से दर्ज हुई. इसके माध्यम से पुणे पुस्तक महोत्सव, कोहिनूर ग्रुप, खड़की शिक्षण संस्था और टी. जे. महाविद्यालय के परिसर में एक ऐतिहासिक वेिश रिकॉर्ड स्थापित हुआ. इस उपक्रम की संकल्पना महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय चाकणे, पुणे पुस्तक महोत्सव के अध्यक्ष राजेश पांडे और कोहिनूर ग्रुप के अध्यक्ष कृष्णकुमार गोयल की रही, जिनके मार्गदर्शन में यह विचार सफलतापूर्वक साकार हुआ. इस अवसर पर एनपीटी के अध्यक्ष मिलिंद मराठे ने कहा कि यह उपक्रम केवल एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि पठन संस्कृति का वैचारिक आंदोलन है, जिसने पठन के सामाजिक महत्व को और अधिक मजबूत किया है. प्राचार्य डॉ. संजय चाकणे ने कहा कि पठन समाज को दिशा देने वाली शक्ति है और ‘पुस्तक' शब्द की प्रतिकृति ज्ञान, शांति और विवेक की सामूहिक अभिव्यक्ति है. पुणे पुस्तक महोत्सव के अध्यक्ष राजेश पांडे ने कहा कि इस पहल के माध्यम से पुणे की समृद्ध पठन परंपरा को वैेिशक पहचान मिली है. 17,001 पाठकों की सहभागिता से बना यह रिकॉर्ड पठन आंदोलन का उत्सव है. खड़की शिक्षण संस्था के अध्यक्ष कृष्णकुमार गोयल ने कहा कि पठन केवल शैक्षणिक आवश्यकता नहीं, बल्कि समाज में संस्कार, शांति और वैचारिक परिपक्वता विकसित करने वाला आंदोलन है, और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के माध्यम से इसे वैेिशक मंच मिला है. इस कार्यक्रम में राजेश पांडे, मिलिंद मराठे, प्रसेनजीत फडणवीस, बागेश्री मंठलाकर, सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना निदेशक गणेश भामे, प्राचार्य डॉ. संजय चाकणे, संस्था के सचिव आनंद छाजेड़, पदाधिकारी काशीनाथ देवधर, रमेश अवस्थे, अधिवक्ता अजय सूर्यवंशी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे.