एकात्मता भारतीय ज्ञान परंपरा का मुख्य बिंदु

18 Dec 2025 14:43:43
 
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पुणे, 17 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

ज्ञान भारतीय संस्कृति का आधार है, इसलिए भारतीय संस्कृति निरंतर है. इसका मतलब भौतिकता और विज्ञान को नजरअंदाज करना नहीं है. क्योंकि एकात्मता भारतीय ज्ञान परंपरा का मुख्य बिंदु है. विविधता का सम्मान करना और उसे स्वीकार करना जशरी है. ज्ञान की दृष्टि पाने के लिए साहित्य जशरी है, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने यह विचार व्यक्त किए. नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित पुणे बुक फेस्टिवल के तहत 6 दिन के पुणे लिट फेस्टिवल का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने फर्ग्यूसन कॉलेज के एम्फीथिएटर में किया. वह उस समय बोल रहे थे. नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन मिलिंद मराठे, डायरेक्टर युवराज मलिक, फेस्टिवल के मुख्य संयोजक राजेश पांडे, लोकमान्य मल्टीपर्पज कंपनी ऑप सोसायटी के अध्यक्ष किरण ठाकुर मंच पर उपस्थित थे. कई संस्कृत श्लोकों का हवाला देते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने साहित्य और पढ़ने के महत्व पर जोर दिया. उन्हौंने कहा, हमारी परंपरा में माना जाता है कि साहित्य का स्वाद, सज्जनों का सानिध्य अमरता का अनुभव है. ब्रह्म के सबसे करीब कला और साहित्य है. मुझे बचपन से ही किताबों का शौक था. किताबें पढ़ने पर मेरी दादी मुझ पर चिल्लाती थीं. किताबों से ज्ञान हासिल करना आसान हो गया. एक समय था जब दुनिया में लिखने का विरोध होता था. भारत में ज्ञान का कल्चर हजारों सालों से है. अब कंप्यूटर जैसी टेक्नोलॉजी से डरने की कोई वजह नहीं है, बल्कि यह ज्ञान को फैलाने में मदद करती है. जितना अयादा ज्ञान फैलता है, देश उतनी ही देश तरक्की की ओर आगे चलता है. पुणे सांस्कृतिक और साहित्यिक चेतना का एक अहम केंद्र है. उन्हौंने यह भी बताया कि यह पुणे शहर वह जगह है जहां हम छत्रपति शिवाजी महाराज, लोकमान्य तिलक, उनके गीता रहस्य ग्रंथ, गोपाल कृष्ण गोखले, महात्मा फुले को याद करते हैं. मराठे ने कहा, अक्षय साहित्य बार- बार पढ़ा जाता है. लिटरेचर में समाज को ज्ञान, मनोरंजन और दिशा देने की ताकत होती है. पुणे लिट फेस्ट में कई जाने-माने लोग हिस्सा ले रहे हैं. इस फेस्टिवल का कॉन्सेप्ट भारत को पढ़ना, सुनना और समझना है. यह खुशकिस्मती की बात है कि आरिफ मोहम्मद खान जैसे विद्वान लिट फेस्ट का उद्घाटन करने आए. पिछले साल किताबों की 2.5 लाख कॉपी बिकी थीं. इस फेस्टिवल ने साबित कर दिया कि युवा लोग पढ़ते हैं. फेस्टिवल में छोटे बच्चों समेत सभी के लिए कुछ न कुछ है. राजेश पांडे ने कहा कि पुणे लिट फेस्ट भी सबसे बड़ा फेस्टिवल होगा. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन वसुंधरा काशिकर ने किया.  
 
यूनेस्को ने ऋग्वेद को ही सब से पुराना ग्रंथ माना

यूनेस्को ने ऋग्वेद को दुनिया का सबसे पुराना ग्रंथ माना है, भारत की प्राचीन संस्कृति के किसी और सबूत की जशरत नहीं है. अरबों ने पहली बार सूर्य सिद्धांत इस प्राचीन भारतीय किताब का अनुवाद किया. यूरोपियन स्पेस स्टडीज का आधार सूर्य सिद्धांत किताब है. यह किताब अरबी से यूरोप गई थी. यह चिंता की बात है कि हमारा ही प्राचीन ज्ञान आज हमारे ज्ञान का आधार न बने. भारत की संस्कृति की निरंतर आधार ज्ञान है. अरबी में हिंदा शब्द का मतलब सुंदर होता है, यही सुंदरता भारतीय ज्ञान की है. यह बात बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कही.  
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