अटलजी का व्यवहार कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा का काम करता था

21 Dec 2025 14:54:03

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 पुणे, 20 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

मुझे राजनीति में आए केवल पांच वर्ष हुए थे. मैं मुंबई भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष था. उस समय अटलजी एक बैठक के लिए मुंबई आए थे. मेरे साथ बैठक में प्रमोद महाजन और राम नाईक जैसे वरिष्ठ नेता उपस्थित थे. मैं एक ओर बैठा हुआ था. पार्टी का निवेदन प्रस्तुत किया जाना था. अटलजी ने मुझे अपने पास बैठाया. उनके आचरण से उन्होंने यह संदेश दिया कि यदि कार्यकर्ता हैं तो पार्टी है, और यदि पार्टी है तो सरकार है. इसी कारण चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर भी बगावत करने की इच्छा नहीं होती, ऐसा मत भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने व्यक्त किया. वे पुणे पुस्तक महोत्सव में ‌‘अटलजी: एक व्रतस्थ याज्ञिक त्र'पुस्तक का विमोचन अवसर पर वे बोल रहे थे. मंच पर पुणे पुस्तक महोत्सव के मुख्य संयोजक राजेश पांडे, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष मिलिंद मराठे, प्रकाशन मंच के संयोजक डॉ. सुनील भंडगे, राजहंस प्रकाशन के संपादक शिरीष सहस्त्रबुद्धे, लेखिका मेधा किरीट सहित अन्य उपस्थित थे. विनोद तावड़े ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक राजनीतिक नेता ही नहीं थे, बल्कि कवि हृदय के व्यक्तित्व थे. वे जब विपक्ष के नेता थे, तब भी तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने उन्हें जिनेवा में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा था. उस समय सत्ताधारी और विपक्ष के बीच राजनीति में सौहार्द्र का वातावरण था. क्या आज के विपक्ष के नेता राहुल गांधी को देश का पक्ष रखने के लिए सरकार की ओर से विदेश भेजा जा सकता है. पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बीच आत्मीय संबंध थे. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ की राजनीति के संदर्भ में देखें तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुई है. वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अटलजी ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विकास की ठोस आधारशिला रखी थी. अटलजी ने विकास पर विशेष जोर दिया था. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में संजय गांधी निराधार योजना लाई गई थी, लेकिन उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक कितनी सीमा तक पहुंचा. इसके विपरीत वर्तमान केंद्र सरकार के माध्यम से सीधे नागरिकों के खातों में धनराशि जमा की जाती है. वाजपेयी द्वारा शुरू की गई ग्राम सड़क योजना के कारण ग्रामीण क्षेत्रों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगीं. वहां के बच्चे नजदीकी विद्यालयों में प्रवेश लेने लगे. किसी को उपचार के लिए वाहन द्वारा निकटतम अस्पताल तक पहुंचाना संभव हुआ. राजनीतिक जीवन में भी अटलजी सामान्य कार्यकर्ताओं के साथ अत्यंत आत्मीयता से व्यवहार करते थे. उनके इस व्यवहार से सामान्य कार्यकर्ताओं को भी राजनीतिक जीवन में बेहतर कार्य करने की ऊर्जा मिलती थी. विनोद तावड़े ने कहा कि पुणे पुस्तक महोत्सव भविष्य में महाराष्ट्र के महोत्सव के रूप में पहचान बनाएगा. लेखिका मेधा किरीट ने वाजपेयी के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर उत्कृष्ट लेखन किया है.
 
अन्य दलों के कर्तृत्ववान व्यक्तियों का भाजपा में स्वागत

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विनोद तावड़े ने कहा कि राज्य में जिन दलों की सरकार है, यदि उन्हीं दलों के उम्मीदवारों को चुना जाता है तो स्थानीय स्तर पर विकास सहज रूप से हो सकता है. कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं प्रज्ञा साटम जैसी कर्तृत्ववान व्यक्तियों का पार्टी में स्वागत है. जहां भारतीय जनता पार्टी की ताकत नहीं थी, वहां अन्य दलों के लोगों के पार्टी में प्रवेश से हमने वहां मुकाबला किया और उस क्षेत्र में पार्टी की उपस्थिति बनी. पार्टी को मजबूत करने के लिए यदि अन्य दलों से कोई भारतीय जनता पार्टी में आता है तो उसका स्वागत है. इससे जनता की सेवा और बेहतर ढंग से की जा सकेगी. राजनीति में आने का अर्थ समाज सेवा भी करना होना चाहिए. सत्ताधारी दल विपक्ष के नेताओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना चाहते हैं. इसका उदाहरण यह है कि नितिन गडकरी से मिलने प्रियंका गांधी गई थीं. हालांकि राहुल गांधी इस प्रकार मिलने आएंगे, ऐसा नहीं लगता.  
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