पिंपरी, 21 दिसंबर (आ.प्र.) 150 साल पहले महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा शुरू किया गया आर्य समाज, उस समय के अंधवेिशासों के खिलाफ एक राष्ट्रवादी आंदोलन है. उन्होंने हरियाणा में देश की पहली गौशाला शुरू की थी. महर्षि दयानंद सरस्वती ने सबसे पहले ब्रिटिश सरकार द्वारा नमक को टैक्स-फ्री करने के लिए सिग्नेचर कैंपेन शुरू किया था. जयपुर, राजस्थान से स्वामी सच्चिदानंद ने कहा कि भारत की आजादी के बाद हैदराबाद राज्य के भारत में विलय में आर्य समाज का अहम योगदान था. पिंपरी में आर्य समाज संस्था के अमृत महोत्सव के मौके पर पिंपरी में तीन दिन का फेस्टिवल ऑर्गनाइज किया गया. इसमें ब्लड डोनेशन कैंप, स्वामी सच्चिदानंद का प्रवचन और अमृतसर पंजाब से पंडित दिनेश आर्य के भजन, यज्ञ हवन, अवॉर्ड डिस्ट्रीब्यूशन, महाप्रसाद वगैरह हुए. रविवार को आखिरी दिन आर्य समाज आंदोलन में खास योगदान देने वाले उत्तम दंडिमे, शकुंतला दंडिमे, लक्ष्मी कलबुर्गी, रमेश वासवानी, वीणा वासवानी, रमेश धर्माणी, मीना धर्माणी, श्रुत चव्हाण, शुभलता चव्हाण और सुरेंद्र संसारे को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर स्वामी सच्चिदानंद ने ‘राष्ट्र निर्माण में हमारा कर्तव्य' विषय पर प्रवचन दिया. पंडित दिनेश आर्य ने मधुर आवाज में भजन गाए. कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त अधिकारी डॉ. दि.मा. मोरे ने की, पिंपरी संस्था के मार्गदर्शक मुरलीधर सुंदरानी, संस्था के अध्यक्ष सुरेंद्र करमचंदानी, सचिव हरेश तिलोकचंदानी, अतुल आचार्य, दिनेश यादव, उत्तम दंडिमे, जयराम धर्मदासानी, दत्ता सूर्यवंशी, दिगंबर ऋद्धिवाड़े, संजय वासवानी और अन्य मौजूद थे. स्वामी सच्चिदानंद ने कहा कि आजकल युवा पीढ़ी में लिव-इन-रिलेशनशिप का चलन बढ़ रहा है, यह तरीका हमारी संस्कृति पर हमला कर रहा है. इसे रोका जाना चाहिए कि इससे पैदा होने वाले बच्चे और लड़कियां भविष्य में अनाथ के रूप में जाने जायेंगे. आर्य समाज एक राष्ट्रवादी आंदोलन है जो अंधविश्वास से नफरत करता है और महिलाओं और दलितों का सम्मान करता है, और स्वदेशी की वकालत करता है. महर्षि दयानंद सरस्वती ने विधवा विवाह को बढ़ावा दिया. उन्होंने फिरोजपुर में अनाथ बच्चों के लिए देश का पहला अनाथालय बनाया. पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना आर्य समाज ने की थी और इस आंदोलन में बड़ौदा के गायकवाड़ ने बड़ौदा बैंक की स्थापना की. स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले 85% क्रांतिकारी महर्षि दयानंद के दिमाग की उपज थे. उत्सव के हिस्से के रूप में, शुक्रवार (19 दिसंबर) को पिंपरी कैंप में संगठन के मैदान में सुबह और शाम होम हवन और भजन किया गया. शनिवार (20 दिसंबर) शाम को स्वामी सच्चिदानंद ने पिंपरी के आचार्य अत्रे नाट्यगृह में प्रवचन दिया.
रक्तदान शिविर का भी आयोजन रविवार (21 दिसंबर) सुबह संस्था के परिसर में 25 कुंडीय यज्ञ किए गए. आर्य वीर दल पिंपरी ने हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस के मौके पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाया. इसमें महिलाओं ने खास हिस्सा लिया. पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के रिटायर्ड कर्मचारी अतुल आचार्य ने 65 साल की उम्र में अपना 65वां ब्लड डोनेट किया. उन्हें खास तौर पर सम्मानित किया गया. जमा किए गए 108 बैग संजीवनी ब्लड बैंक को दिए गए्. इस मौके पर हर ब्लड डोनर को गिफ्ट दिए गए्. उससे पहले ब्रह्मा पंडित विवेक शास्त्री के गाइडेंस में एक ब्रह्म यज्ञ और एक देव यज्ञ किया गया. महाप्रसाद के साथ सेरेमनी खत्म हुई्. आर्य समाज के लिए काम करने वाले हेमदेव थापर, साईनाथ पुन्ने, विवेक आर्य, ऋषिपाल आर्य, गणेश देव आर्य को सम्मानित किया गया. हर्ष भोंडेले ने हनुमान गदा और मुद्गल का डेमोंस्ट्रेशन पेश किया. वेलकम सुरेंद्र करमचंदानी ने दिया, इंट्रोडक्शन दिनेश यादव ने दिया, सूत्र संचालन पल्लवी आमटे ने किया, धन्यवाद भाषण नलिनी देशपांडे ने दिया.