भारत-न्यूजीलैंड के बीच मु्नत व्यापार समझाैता हुआ. पिछले 10 वर्षाें से जारी प्रयासाें के बाद दाेनाें देशाें के बीच आखिरकार सहमति बन गई. इस डील के माैके पर पीएम माेदी तथा न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने फैसले पर खुशी जतायी है.बता दें कि न्यूजीलैंड भारत में 20 अरब डालर का निवेश करेगा. भारत आने वाले आधे से ज्यादा वस्तुओं पर आज से टै्नस नहीं लगेगा. इसके अलावा व्यापारियाें, किसानाें तथा युवाओं के लिए नए अवसर उपलब्ध हाेंगे. न्यूजीलैंड कई वस्तुओं पर टै्नस पूरी तरह खत्म भी करेगा, वहीं भारत द्वारा भी अपना 70 प्रतिशत बाजार न्यूजीलैंड के लिए खाेलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है.विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार यह समझाैता न्यूजीलैंड के लिए 1.4 अरब भारतीय उपभाेक्ताओं तक पहुंचने का एक बड़ा अवसर माना जा रहा है.
इस ऐतिहासिक समझाैते के तहत न्यूजीलैंड के 95 प्रतिशत निर्यात पर टैक्स समाप्त और कम कर दिए गए हैं. 57 प्रतिशत वस्तुओं पर पहले ही दिन से काेई टैक्स नहीं लगेगा और जैसे-जैसे समझाैता लागू हाेगा, यह बढ़कर 82 प्रतिशत तक हाे जाएगा, जबकि शेष 13 प्रतिशत पर टैक्स में भारी कटाैती की जाएगी.सरकार ने वैश्विक बाजार में भारतीय इकाइयाें के लिए अवसर बढ़ाने की दिशा में निरंतर किये जा रहे प्रयासाें के बीच साेमवार काे न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझाैता (एफटीए) संपन्न हाेने की घाेषणा की जाे इस साल ब्रिटेन और ओमान के साथ हुए व्यापक आर्थिक सहयाेग के समझाैताें के बाद भारत का तीसरा समझाैता है. इसके तहत न्यूज़ीलैंड अपने यहां आयात की जाने वाली सभी तरह की वस्तुओं (अपनी शतप्रतिशत प्रशुल्क सूचियाें) पर शुल्क समाप्त करेगा. इससे वहां भारत से जाने वाले सभी प्रकार के माल काे शुल्क मुक्त प्रवेश मिल गया है.