पुणे, 22 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) नेशलन बुक ट्रस्ट द्वारा इस बार 13 से 21 दिसंबर तक पुणे बुक फेस्टिवल आयोजित किया गया था. इस फेस्टिवल को पुणेवासियों का अभूतपूर्व रिस्पांस मिला. तकरीबन साढे 12 लाख से भी ज्यादा लोगों ने महोत्सव का दौरा किया और किताबों की बिक्री का कारोबार 50 करोड से भी ज्यादा हुआ है, यह जानकारी पुणे बुक फेस्टिवल के मुख्य संयोजक राजेश पांडे ने सोमवार को दोपहर 12 बजे फर्ग्यूसन कॉलेज मे आयोजित पत्रकार वार्ता मे दी. पत्रकार वार्ता में डॉ. संजय चाकणे, बागेश्री मंठालकर, प्रसनजीत फडणवीस, आनंद कार्टीकर आदि उपस्थित थे. राजेश पांडे ने जानकारी दी कि, पिछले वर्ष साढ़े सात लाख लोगों ने फेस्टिवल में भेंट दी थी. इस बार यह संख्या बढकर साढे 12 लाख से भी उपर गई है. पिछले वर्ष 25 लाख किताबों की बिक्री हुई थी. इस वर्ष 30 लाख से भी ज्यादा किताबों की बिक्री हुई है. इस वर्ष 150 से भी ज्यादा स्टॉल पर कुल मिलाकर 498 नए किताबों का विमोचन भी हुआ. इस में 122 किताबों का विमोचन मंच पर हुआ. राजेश पांडे ने कहा कि, आठ दिन में 400 स्कूलों के 30 हजार छात्र-छात्राओं ने भेंट दी. तीन रिकॉर्डस् भी गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किए गए. इस बार पुणे लिट फेस्ट को भी लोगों द्वारा बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिला. ‘पुणे लिट फेस्ट' में 60 प्रतिशत युवक-युवतियां शामिल हुए थे. लोगों में खरीदारी में डिस्काउंट मिले, इस उद्देश्य से 1 करोड 10 लाख कूपन्स वितरित किए गए थे.वंदे मारतम् गीत को इस वर्ष 150 वर्ष पूरे हुए हैं. इस के चलते ‘आनंदमठ' किताब की 1 लाख 4 हजार प्रतियां मुफ्त वितरित की गईं. प्रकाशकों ने भी पहले दिन से सोशल मीडिया द्वारा अपनी-अपनी किताबों की बिक्री के उद्देश्य से जानकारी देना शुरू किया था. सोशल मीडिया द्वारा भी बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिला. राज्य में स्थित 220 से भी ज्यादा पुस्तकालयों द्वारा किताबों की खरीदारी बड़े पैमाने पर की गई.
12 से 20 दिसंबर 2026 को आयोजित होगा अगला महोत्सव
पुणे बुक फेस्टिवल में इस बार देश की विभिन्न भाषाओं की किताबों के स्टॉल्स् लगे हुए थे. अब यह फेस्टिवल लेखक, पाठक और नागरिकों का हो गया है. इस बार के फेस्टिवल में पुणेवासियों का और महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से आनेवाले और विदेश से आनेवाले लोगों का बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. इस के चलते अगले वर्ष 12 से 20 दिसंबर 2026 तक पुणे बुक फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा. यह जानकारी पुणे बुक फेस्टिवल के मुख्य संयोजक राजेश पांडे ने दी है.