गहरी नींद के लिए ये है आयुर्वेदिक इलाज सर्पगन्धा ये नाम आपने शायद ही सुना हाे लेकिन आयुर्वेद में ये बहुत ही उपयाेगी जड़ी के रूप में वर्णित है जैसे कि नाम से ही स्पष्ट हाे जाते हैं. यह सर्प के काटने पर दवा के नाम पर प्रयाेग में आता है. सर्प काटने के अलावा इसे बिच्छू काटने के स्थान पर भी लगाने से राहत मिलती है. दाे-तीन साल पुराने पाैधे की जड़ काे उखाड़ कर सूखे स्थान पर रखते है, इससे जाे दवा निर्मित हाेती है.उनका उपयाेग उच्च रक्तचाप, गर्भाशय की दीवार में संकुचन के उपचार में करते हैं.
उपयाेग- इसकी जड़ भी बहुत उपयाेगी मानी जाती है.जिन लाेगाें काे अनिद्रा की समस्या हाेती है. उनके लिए ताे ये जड़ी वरदान है.यदि इसकी जड़ का चूर्ण सेवन करना चाहें ताे इसकी जड़ काे खूब बारीक पीसकर कपड़े से छानकर महीन पाउडर बना लें.अनिद्रा दूर कर नींद लाने के लिए इसे 2 ग्राम मात्रा में साेने से घण्टे भर पहले ठण्डे पानी के साथ लेना चाहिए.
सावधानी- यही मात्रा मानसिक उत्तेजना व उन्माद काे शान्त करने के लिए सेवन याेग्य है. इसकाे अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए और बहुत कमजाेर शरीर वाले काे भी इसका सेवन किसी वैद्य से परामर्श करके ही करना चाहिए.