पुणे, 24 दिसंबर (ज्ञानेेशर बिजले द्वारा) यदि पुणे में आरटीओ से स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस लेना है, तो इसके लिए कम से कम एक महीने का इंतजार करना पड़ रहा है. लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आरटीओ कार्यालयों में दिनभर लंबी कतारें लगी हुई हैं. यह स्थिति आने वाले कुछ महीनों तक बने रहने की संभावना है. वाहनचालकों की लापरवाह और असावधान ड्राइविंग के कारण सड़कों पर होने वाले लगभग 80 प्रतिशत हादसे होते हैं. इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए परिवहन विभाग ने कुशल चालक तैयार करने का निर्णय लिया है. इसके तहत ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (एडीटीटी) के माध्यम से वाहन चलाने की परीक्षा ली जाएगी. ऐसे ट्रैक तैयार करने में समय लगने वाला है. इस अवधि में राज्य के सभी आरटीओ कार्यालयों में एक समान परीक्षा पद्धति लागू करने और कैमरे की निगरानी में ड्राइविंग टेस्ट लेने का निर्णय परिवहन विभाग ने लिया है. यह निर्णय 3 दिसंबर को परिपत्र जारी कर घोषित किया गया था. इस फैसले का सीधा असर पुणे में लाइसेंस जारी करने की व्यवस्था पर पड़ा है. पहले की तुलना में अब प्रतिदिन लगभग 20 प्रतिशत लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं. इसके कारण प्रतीक्षा अवधि लगातार बढ़ रही है. ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए एक महीने बाद की ही तारीख मिल रही है और वह भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है, ऐसी शिकायतें वाहन चालकों ने की हैं. विश्रांतवाड़ी और भोसरी में प्रतिदिन 942 उम्मीदवारों की ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षाएं ली जाती थीं. इन-कैमरा ड्राइविंग टेस्ट शुरू होने के बाद अब प्रतिदिन केवल करीब 200 टेस्ट ही लिए जा रहे हैं. इसके कारण रोजाना लगभग 80 प्रतिशत का बैकलॉग बन रहा है. पंद्रह दिनों के भीतर ही इसका असर दिखाई देने लगा है और टेस्ट की तारीख एक महीने से भी आगे खिसक गई है. डिप्टी आरटीओ स्वप्निल भोसले ने बताया कि फिलहाल ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए एक महीने बाद की तारीख मिल रही है. आधे घंटे के भीतर ही अपॉइंटमेंट का कोटा भर जाता है. कैमरे के अंतर्गत प्रतिदिन कितने टेस्ट पूरे हो पा रहे हैं, इसकी जांच की जा रही है. व्यवहारिक रूप से एक दिन में कितने टेस्ट लिए जा सकते हैं, इसका अध्ययन कर वाहन चालकों के लिए अपॉइंटमेंट की संख्या बढ़ाई जाएगी. इस संबंध में 29 दिसंबर को जानकारी दी जाएगी.
ड्राइविंग टेस्ट के लिए तीन केंद्रों का निर्माण शुरू हड़पसर, दिवे और आलंदी रोड पर ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर स्थापित करने का काम शुरू हो गया है. इसके लिए लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत आएगी. एक वर्ष के भीतर इन केंद्रों का निर्माण पूरा होने की संभावना है. इन ट्रैकों पर सेंसर का उपयोग किया जाएगा और एआई कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाएगी. स्थायी लाइसेंस के लिए वाहन चालकों को इन्हीं केंद्रों पर टेस्ट देना होगा, ऐसा आरटीओ अर्चना गायकवाड़ ने बताया.
लर्निंग लाइसेंस अवधि समाप्त होने वालों के लिए 20 % कोटा लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने वाले वाहन चालकों को छह महीने के भीतर स्थायी लाइसेंस लेना आवश्यक होता है. अपॉइंटमेंट की अवधि बढ़ने के कारण जिन वाहनचालकों के लर्निंग लाइसेंस की वैधता समाप्त होने वाली है, उनके लिए 20 प्रतिशत कोटा आरक्षित रखा जाएगा, ऐसा डिप्टी आरटीओ स्वप्निल भोसले ने बताया.
आधे घंटे में कोटा पूरा
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने के लिए पहले समय रात एक बजे से दोपहर चार बजे तक था. एक महीने बाद की अपॉइंटमेंट लेने के लिए भी अब आधे घंटे में ही कोटा पूरा हो जाता है. इससे वाहनचालकों की शिकायतें बढ़ गई थीं. आरटीओ अर्चना गायकवाड़ के प्रयासों से पुणे के लिए अपॉइंटमेंट का समय सुबह छह बजे से दोपहर चार बजे तक कर दिया गया है. प्रतिदिन केवल 200 लोगों का कोटा होने के कारण वेबसाइट खुलते ही आधे घंटे में यह कोटा पूरा हो जाता है. इसके चलते वाहनचालकों को अगले दिन फिर से अपॉइंटमेंट के लिए प्रयास करना पड़ता है.