आने वाले बीएमसी चुनावाें के बैकग्राउंड में राज्य की पाॅलिटिक्स में तेज़ी आ गई है. पिछले कुछ दिनाें से मुंबई में सीट शेयरिंग काे लेकर बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच लगातार बातचीत हाे रही है. सूत्राें की रिपाेर्ट है कि इन बातचीत से मुंबई के लिए महायुति का नया सीट शेयरिंग फाॅर्मूला लगभग फाइनल हाे गया है. 2026 में हाेने वाले बीएमसी चुनावाें में बीजेपी कुल 227 सीटाें में से 140 सीटाें पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि शिंदे गुट की शिवसेना 87 सीटाें पर चुनाव लड़ सकती है. हालांकि, जब से महायुति में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मुंबई में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है, तब से यह साफ हाे गया है कि बीजेपी और शिवसेना सभी 227 सीटाें पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी.सीट शेयरिंग काे लेकर हुई बातचीत पर नज़र डालें ताे शुरू में बीजेपी ने शिंदे गुट के लिए मुंबई में सिर्फ 52 सीटें छाेड़ने की तैयारी दिखाई थी. इससे शिवसेना और शिंदे गुट में नाराज़गी की बात सामने आई थी.
हालांकि, ठाकरे भाइयाें के गठबंधन के बाद राजनीतिक समीकरण तेज़ी से बदले.विपक्ष की एकता काे देखते हुए बीजेपी ने अपना रुख नरम किया है और संकेत दिया है कि वह शिंदे गुट काे ज़्यादा सीटें देगी.उसके बाद 140 और 87 का नया फाॅर्मूला सामने आया है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि इस फाॅर्मूले काे आधिकारिक ताैर पर कब मंज़ूरी मिलेगी, और पूरा राजनीतिक हलका फाइनल ऐलान पर ध्यान लगाए हुए है.इस बीच, बीजेपी ने अभी तक बीएमसी चुनाव में एक भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. चर्चा है कि बगावत काे राेकने के लिए बीजेपी अभी वेट- एंड-वाॅच पाॅलिसी अपना रही है. मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण-डाेंबिवली, मीरा-भायंदर और पनवेल जैसे ज़रूरी मनपा और शहराें में सीट बंटवारे का मामला अभी पूरी तरह से सुलझा नहीं है. हालांकि, बीजेपी के सूत्राें के मुताबिक, इन सभी जगहाें के लिए सीट बंटवारा जल्द ही फाइनल हाे जाएगा और उसके बाद उम्मीदवाराें का ऐलान किया जाएगा. ऐसा लगता है कि पार्टी लाेकल लेवल पर नाराज़गी से बचने के लिए बहुत सावधानी बरत रही है.