मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सरकार 2026 तक प्रत्येक किसान के खेत काे प्रतिदिन 12 घंटे मुफ्त साैर ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए काम करेगी.अमरावती में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था द्वारा डाॅ. पंजाबराव उपख्या भाऊसाहेब देशमुख की 127वीं जयंती के अवसर पर आयाेजित एक समाराेह में, मुख्यमंत्री फडणवीस काे वरिष्ठ कंप्यूटर विशेषज्ञ डाॅ.विजय भाटकर द्वारा डाॅ. पंजाबराव देशमुख स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.इस अवसर पर फड़नवीस ने कहा कि कृषि में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीनीकरण का उपयाेग बढ़ रहा है, जिससे कृषि लाभदायक बन सकती है. इस तकनीक के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के प्रभाव काे कम किया जा सकता है.
पुणे में आयाेजित एक कृषि कार्यक्रम में मुझे कृषि आधारित विभिन्न स्टार्टअप्स काे देखने का अवसर मिला.उन्हाेंने यह भी कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता की सहायता से माैसम का अध्ययन करके किसान अन्य जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें यह जानकारी भी शामिल है कि काैन से कीट फसलाें पर हमला कर सकते हैं.इस बीच, सरकार ने एक महीने में सबसे अधिक साैर कृषि पंप स्थापित करके विश्व रिकाॅर्ड बनाया है. सरकार ने 2026 तक राज्य के प्रत्येक किसान काे प्रतिदिन 12 घंटे मुफ्त साैर बिजली उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. इसलिए, फडणवीस ने कहा कि सरकार शुष्क भूमि कृषि काे सिंचित कृषि में परिवर्तित करने के लिए एक ममिशनफ चला रही है.
उन्हाेंने यह भी स्पष्ट किया कि नदी जाेड़ने की परियाेजना के तहत 500 किलाेमीटर नई नदी का प्रवाह सृजित किया जाएगा और पश्चिमी महाराष्ट्र के नमक उत्पादन क्षेत्राें सहित सूखाग्रस्त इलाकाें में सिंचाई की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिससे किसानाें की समस्याओं का समाधान हाेगा.उन्हाेंने यह भी बताया कि नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी याेजना, स्मार्ट और मैग्नेट याेजनाओं के माध्यम से हजाराें कराेड़ रुपये खर्च करके किसानाें काे समृद्ध बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.डाॅ. पंजाबराव उपाख्या भाऊसाहेब देशमुख ने देश में सभी काे भाेजन उपलब्ध कराने की नींव रखी. उन्हाेंने कृषि प्राैद्याेगिकी के विकास, प्रभावी कृषि पाठ्यक्रम तैयार करने, कृषि के लिए कुशल मानव संसाधन सृजित करने और देश भर में मजबूत कृषि विश्वविद्यालयाें की स्थापना के लिए कार्य किया.
डाॅ. भाऊसाहेब देशमुख ने संविधान के मसाैदा तैयार करने में डाॅ. बाबासाहेब अंबेडकर की सहायता भी की थी. उन्हाेंने देश के किसानाें काे साहूकाराें के ऋण से मुक्ति दिलाने के लिए पहला धन शाेधन विराेधी कानून लागू करने में अग्रणी भूमिका निभाई. वे हमेशा गलत रीति-रिवाजाें और परंपराओं के खिलाफ मजबूती से खड़े रहे और उन्हें चुनाैती देते रहे.फडनाविस ने यह भी कहा कि अमरावती के अंबादेवी मंदिर में अछूताें काे प्रवेश की अनुमति नहीं थी. उस समय उन्हाेंने विराेध किया और अछूताें काे मंदिर में प्रवेश दिलाया. मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, मुझे भारत, अमेरिका, जापान, सिंगापुर आदि देशाें में कई पुरस्कार मिले हैं. हालांकि, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले भाऊसाहेब देशमुख के नाम पर दिया गया यह पुरस्कार मेरे लिए सबसे मूल्यवान है.