‌‘मिलिट्री-सिविल फ्यूजन ट्रेनिंग कैप्सूल' संपन्न

03 Dec 2025 14:22:44
ngfnb
पुणे, 2 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

इंडियन आर्मी ने यशवंतराव चव्हाण एकेडमी ऑफ डेवलपमेंट एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर मिलिट्री-सिविल फ्यूजन ट्रेनिंग कैप्सूल चलाया था. इसका मकसद आर्म्ड फोर्सेज और सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के बीच सहयोग को गहरा करना था. यह कैप्सूल सदर्न कमांड की देखरेख में मिलिट्री-सिविल फ्यूजन ट्रेनिंग नोड, औंध, पुणे में ऑर्गनाइज किया गया था. इस ट्रेनिंग में कुल 144 महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमीशन प्रोबेशनर्स ने हिस्सा लिया, जिनमें 108 पुरुष और 36 महिला ऑफिसर्स शामिल थे. इस कैप्सूल ने भविष्य के सिविल सर्वेंट्स को आर्मी के लोगों के साथ बातचीत करने, आपसी समझ, इंस्टीट्यूशनल वेिशास और नेशनल सर्विस के प्रति एक साझा कमिटमेंट को बढ़ावा देने के लिए प्लेटफॉर्म दिया. महिला ऑफिसर्स की एक्टिव भागीदारी ने भारत के गवर्नेंस और सिक्योरिटी फ्रेमवर्क में बढ़ती इनक्लूसिविटी को दिखाया. प्रोग्राम के दौरान, प्रोबेशनर्स को कई तरह की मिलिट्री एक्टिविटीज के बारे में बताया गया, जैसे यूनिट क्वार्टर गार्ड्स का दौरा, बटालियन के रेगुलर कामकाज से जान-पहचान, फिजिकल ट्रेनिंग, गेम्स, छोटे हथियारों से फायरिंग और ड्रोन इस्तेमाल पर डेमोंस्ट्रेशन इक्टिविटिज शामिल थीं. सदर्न कमांड वॉर मेमोरियल के दौरे से बलिदान और बहादुरी की विरासत को सम्मान देने का मौका मिला. ट्रेनीज ने मॉडर्नाइजेशन, आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत नई टेक्नोलॉजी और बदलते ऑपरेशनल कॉन्सेप्ट पर सेशन में भी हिस्सा लिया, जिससे आज की सिक्योरिटी चुनौतियों में आर्मी की बढ़ती भूमिका के बारे में जानकारी मिली. इस कैप्सूल को एक्सपर्ट लेक्चर से और बेहतर बनाया गया. यशदा के डिप्टी डायरेक्टर जनरल सचिन कलंत्रे और कोआर्डिनेटर मृणालिनी सावंत ने डिजापटर मैनेजमेंट और इंटर-एजेंसी कोऑर्डिनेशन पर सेशन दिए, जिसमें संकट से निपटने में तालमेल की अहमियत पर जोर दिया गया. कुछ चुने हुए प्रोबेशनर्स ने सिविल-मिलिट्री सहयोग पर केस स्टडी और बेस्ट प्रैक्टिस भी पेश कीं. सिविल-मिलिट्री फ्यूजन ट्रेनिंग कैप्सूल का सफल समापन, सदर्न कमांड द्वारा शुरू की गई मिलिट्री-सिविल फ्यूजन पहलों की सीरीज में एक और मील का पत्थर साबित हुआ. आने वाले महीनों में इंस्टीट्यूशनल सहयोग को और गहरा करने और इंटीग्रेटेड गवर्नेंस को मजबूत करने के लिए ऐसे और ट्रेनिंग कैप्सूल की योजना बनाई गई है. सदर्न कमांड के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने नेशन बिल्डिंग की दिशा में मिलिट्री-सिविल फ्यूजन को बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों पर बहुत संतुष्टि जताई.  
Powered By Sangraha 9.0