प्राॅपर्टी फ्राॅड करने वालाें का भंडाफाेड़:5 गिरफ्तार

30 Dec 2025 23:16:53
 

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दिल्ली में प्राॅपर्टी फ्राॅड सिंडीकेट का भंडाफाेड़ करते हुए पुलिस ने 5 शातिराें काे गिरफ्तार किया है. ये लाेग फर्जी बैंक ऑ्नशन डा्नयूमेंट तथा जाली सेल सर्टिफिकेट के जरिए लाेगाें काे ठगते थे.गुरुग्राम में डीएलएफ कैमेलियास के नाम पर 12 कराेड़ की ठगी के बाद फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ. बैंक ऑ्नशन में कराेड़ाें की प्राॅपर्टी खरीदी का दावा कर लाेगाें काे सस्ते में देने के बहाने ठगते थे, अब तक 200 कराेड़ से ज्यादा ठगी किए जाने की संभावना जताई गई. दिल्ली-एनसीआर, भाेपाल और मुंबई में छापे के बाद आराेपियाें पर शिकंजा कसा गया.इस मामले में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस आदित्य गाैतम ने बताया कि यह मामला 13जून काे सामने आया था, जब एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई. उसने बताया कि गुरुग्राम स्थित डीएलएफ कैमेलियास में एक लग्जरी प्राॅपर्टी काे बैंक नीलामी में खरीदे जाने का दावा कर उससे कराेड़ाें रुपए वसूले गए.
 
शिकायतकर्ता काे दिखाए गए सभी दस्तावेज बाद में पूरी तरह फर्जी पाए गए. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया कि आराेपी खुद काे एमजी लीजिंग एंड फाइनेंस का प्रतिनिधि बताकर पीड़ित काे यह भराेसा दिलाते रहे. कि बैंक ऑक्शन में खरीदी गई प्रीमियम प्राॅपर्टी का तुरंत ट्रांसफर कराया जाएगा. इसी भराेसे में अगस्त से अक्टूबर 2024 के बीच पीड़ित नेआरटीजीएस और डिमांड ड्राफ्ट के जरिए कुल 12.04 कराेड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सेल सर्टिफिकेट, ऑक्शन रसीद, माॅर्गेज डाॅक्यूमेंट और अलाॅटमेंट लेटर सभी जाली थे. बैंक से पुष्टि हाेने के बाद पूरे फर्जीवाड़े की परतें खुलनी शुरू हुईं. जांच में यह भी सामने आया कि ठगी की पूरी रकम एक प्राेप्राइटरशिप फर्म के बैंक अकाउंट में जमा कराई गई.इसके बाद में कई अकाउंट्स के जरिए पैसाें काे घुमाया गया. इस तरह पैसाें के सही ठिकाने की असली पहचान छिपाई गई. इसे एक सुनियाेजित मनी सर्कुलेशन और लाॅन्ड्रिंग नेटवर्क बताया जा रहा है. मुख्य आराेपी माेहित गाेगिया काफी समय तक फरार रहा.
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