महाराष्ट्र के नागपुर स्थित एक हाेटल में गत दिवस सूरज शिवन्ना (36 साल) नाम के शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसकी 60 साल की मां जयंती ने भी आत्महत्या की काेशिश की थी, लेकिन वह बच गई.उसकी माैत से दाे दिन पहले, 25 दिसंबर काे उसकी पत्नी गणवी (26 साल) ने भी बेंगलुरु में आत्महत्या की थी. दाेनाें की दाे महीने पहले ही शादी हुई थी. गणवी के माता-पिता ने सूरज और उसके परिवार के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया था.गणवी के परिवार ने ससुरालवालाें के घर के सामने विराेध प्रदर्शन भी किया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की. गिरफ्तारी के डर से सूरज अपनी मां और भाई के साथ बेंगलुरु से 1000 किलाेमीटर लंबी सड़क यात्रा करकनागपुर आया था. पुलिस के मुताबिक, सूरज बेंगलुरु के विद्यारण्यपुरा इलाके का रहने वाला था. वह एक ऑनलाइन डिलीवरी सर्विस के फ्रेंचाइजी का मालिक था.
गणवी एमबीए ग्रेजुएट थी. दाेनाें की 29 अक्टूबर काे बेंगलुरु में धूमधाम से शादी हुई थी. शादी के बाद दाेनाें कुछ दिन बेंगलुरु में साथ रहे थे. फिर दाेनाें 10 दिन के हनीमून पर श्रीलंका चले गए.श्रीलंका में सूरज काे गणवी के शादी से पहले के एक रिलेशनशिप की जानकारी लगी, जिसकाे लेकर कपल के बीच विवाद शुरू हुआ. फिर दाेनाें पांच दिन में ही हनीमून छाेड़कर बेंगलुरु लाैट आए. मीडिया रिपाेर्ट्स के मुताबिक, हनीमून से लाैटने के बाद दाेनाें के परिवार ने सुलह की काेशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. महिला के परिवार का आराेप है कि गणवी काे ससुराल में लगातार ताने और अपमान सहना पड़ रहा था. परिवार के सम्मान के चलते वह तलाक के लिए भी तैयार नहीं थी. गणवी के माता-पिता उसे 25 दिसंबर काे अपने साथ घर ले गए. कुछ घंटाें बाद गणवी ने वहां फांसी लगा ली. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दाैरान उसकी माैत हाे गई.
गणवी के परिवार ने सूरज और उसके परिजनाें के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस के मुताबिक, केस दर्ज हाेने के बाद सूरज अपनी मां जयंती और भाई संजय के साथ बेंगलुरु से निकल गयातीनाें पहले हैदराबाद गए और फिर 26 दिसंबर काे नागपुर पहुंचे. रात करीब 9:30 बजे उन्हाेंने एक हाेटल में दाे कमरे बुक किए. रात करीब 12:30 बजे जयंती सूरज के कमरे में आई ताे बेटे काे फांसी पर लटका हुआ पाया. बेटे काे मरा देखकर उसने भी फांसी लगाने की काेशिश की. हालांकि, फंदा टूट गया और उसकी चीख सुनकर हाेटल के कर्मचारी माैके पर जमा हाे गए. वहां जयंती बेहाेश हालत में मिली.वहीं, सूरज काे एम्स नागपुर ले जाया गया, जहां डाॅक्टराें ने उसे मृत घाेषित कर दिया. पुलिस ने सूरज के शव काे पाेस्टमाॅर्टम के लिए भेजकर उसके भाई संजय का बयान दर्ज किया गया.संजय ने दहेज के आराेपाें से इनकार किया और कहा- गणवी के परिवार ने हमें जान से मारने की धमकी दी थी.मेरा भाई डरा हुआ था और उसने माफी भी मांगी थी.