बावधन, 3 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (SIFT-सिफ्ट) द्वारा ‘कॉटन कनेक्ट 2025' पर में ‘फ्रॉम ट्रेडिशन टू इनोवेशन' कार्यक्रम का भव्य आयोजन बावधन कैंपस स्थित बन्सीरत्न सभागार में अत्यंतउत्साहपूर्वक किया गया. इस उपक्रम की संकल्पना और नेतृत्व डॉ. सायली पांडे (प्राचार्य, SIFT) ने किया. अध्यापक वर्ग और विद्यार्थियों के संयुक्त प्रयासों से यह आयोजन सार्थक और प्रेरणादायी रहा. बी. एससी. फैशन डिजाइन के तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने जर्नी ऑफ कॉटन, दि फैब्रिक ऑफ अवर लाइव्ज विषय पर आकर्षक ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में कॉटन आधारित उत्पादों की प्रदर्शनी, एसजीआई स्टाफ के लिए कॉटन अटायर रैंप वॉक प्रतियोगिता तथा ‘इको प्लेज' जैसे अनोखे उपक्रमों का आयोजन किया गया. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किया गया वर्ल्ड कॉटन डे 2025 थीम वाला फोटो बूथ भी सभी का विशेष आकर्षण बना. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मिस अर्थ इंडिया 2025 सुश्री कोमल चौधरी उपस्थित रहीं. उनके साथ कलाकार फैक्ट्री और कलाकार क्रिकेट लीग के संस्थापक पंकज सातव (मुख्य अतिथि) और वोईडस्टार एक्सपीरियंसेज् के संस्थापक रोहित मगदुम (विशेष अतिथि) भी उपस्थित थे. मिस कोमल चौधरी ने छात्रों के साथ संवाद करते हुए पर्यावरण अनुकूल फैशन तथा जिम्मेदार डिजाइनिंग का महत्व समझाया. सिफ्ट आईआईई सेल की शुरुआत सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया के हाथों से हुई. इसी अवसर पर सिफ्ट और वोईडस्टार एक्सपीरियंसेज् के बीच समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए. सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा चोरडिया ने प्रदर्शनी में सभी स्टॉल्स का दौरा कर विद्यार्थियों की रचनात्मकता और नवाचार की सराहना की.ए.वी.पी. श्रीमती स्नेहल नवलखा ने छात्रों में स्टार्टअप संस्कृति और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने के लिए आईआईई सेल की भूमिका पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का समन्वयन सिफ्ट विभाग की प्राध्यापिकाओं, पूजा वेिशकर्मा, मोनिका कर्वे, शिखा शारदा, अखिला मुरमट्टी, खुशबू गजबी और छाया माने ने किया.
तकनीक, रचनात्मकता और उद्यमशीलता का समन्वय करें कपास केवल वस्त्र निर्माण का माध्यम नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और स्थिरता का प्रतीक है. आज के फैशन डिजाइन छात्रों के लिए आवश्यक है कि वे तकनीक, रचनात्मकता और उद्यमशीलता का समन्वय कर भारत को वैेिशक फैशन मानचित्र पर अग्रणी स्थान पर स्थापित करें.
- प्रा. (डॉ.) संजय बी. चोरडिया, संस्थापक अध्यक्ष, सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट