लक्ष्मी रोड, 3 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
वरिष्ठ नागरिकों के बुढ़ापे को सुखद बनाने के उद्देश्य से नव ताज धाम परियोजना शुरू की जा रही है. इस भव्य भवन का उद्घाटन समारोह आगामी रविवार (9 फरवरी) को होगा. लायंस क्लब ऑफ पूना सारसबाग ट्रस्ट और केयरिंग हैंड्स संयुक्त रूप से इस वृद्धाश्रम पहल का संचालन करेंगे. यह जानकारी लायंस क्लब ऑफ पुणे सारसबाग चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष फत्तेचंद रांका ने सोमवार (3 फरवरी) को एक संवाददाता सम्मेलन में दी. इस अवसर पर नवताज धाम परियोजना के अध्यक्ष प्रशांत कोठाडिया, परियोजना उपाध्यक्ष आशा ओसवाल, चैताली पाटनी (अध्यक्ष, लायंस क्लब ऑफ पुणे सारसबाग), अंबादास चव्हाण (केयरिंग हैंड्स संगठन के सचिव) और केयरिंग हैंड्स के उपाध्यक्ष और भूमि दाता सुधीर नाइक तथा पुणे लायंस क्लब के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे. बताया गया कि यह एक सशुल्क गतिविधि है. सभी खर्चों को घटाने के बची हुई शेष राशि विकास कार्यों के साथ-साथ वंचित बच्चों की शिक्षा और देखभाल पर खर्च की जाएगी.

यह भवन पति-पत्नी दोनों के लिए आवास उपलब्ध कराता है. साथ ही तीन लोगों के लिए आवास की व्यवस्था है. प्रत्येक कमरे में एक अलग बाथरूम है. इस वृद्धाश्रम के दानदाता रुखसाना मेहर अंकलेसरिया और उनके पति मेहर अंकलेसरिया हैं. उन्होंने लायंस क्लब ऑफ पुणे सारसबाग चैरिटेबल ट्रस्ट को 4.5 करोड़ रुपये का दान दिया. इस दान से 16,426 वर्ग फीट क्षेत्रफल का दो मंजिला वृद्धाश्रम भवन निर्मित किया गया है. यह भवन रुखसाना मेहर अंकलेसरिया के पिता नवल नरीमन और माता ताज नवल नरीमन की याद में बनाया गया है. इस परियोजना का नाम नवताज धाम रखा गया है.
इस परियोजना का उद्घाटन रविवार (9 फरवरी) को सुबह 10 बजे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, सांसद सुनेत्रा पवार, नागरिक उड्डयन मंत्री मुरलीधर मोहोल, शहरी विकास राज्य मंत्री माधुरी मिसाल, सांसद श्रीरंग बारणे और विधायक सुनील शेलके द्वारा किया जाएगा. फत्तेचंद रांका ने बताया कि केयरिंग हैंड्स संस्था के उपाध्यक्ष सुधीर नायक ने सामाजिक कार्य के लिए अपनी जमीन दान कर दी है. लायंस क्लब ऑफ पुणे सारसबाग से इस क्षेत्र में एक वृद्धाश्रम बनाने का अनुरोध किया गया था.
कई सुविधाएं होंगी उपलब्ध
संस्था ने सभी नवीनतम चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित एक नजदीकी अस्पताल के साथ एक सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके साथ ही यहां, प्रसिद्ध डॉक्टर से नियमित जांच, अनुभवी नर्स और देखभालकर्ता, 24 घंटे गर्म पानी, योग, भजन संध्या, मनोरंजन की सारी व्यवस्था, सभी प्रकार के खेल, चित्रकारी, संगीत और सभी त्यौहार मनाना, बागवानी, वृक्षारोपण और खेती, गोशाला और वंचित बच्चों की सेवा के साथ स्कूली छात्रों के साथ बातचीत जैसी गतिविधियों में वे अपनी इच्छानुसार भी भाग ले सकेंगे.