बावधन, 10 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
महिलाओं को उचित सम्मान देना प्रत्येक पुरुष का कर्तव्य है. यदि महिलाओं को उचित सम्मान, अवसर और मंच दिया जाए तो वे समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. सूर्यदत्त संस्थान में प्रत्येक छात्र में लैंगिक समानता के बीज बोए जाते हैं. ‘सूर्यदत्त’ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. संजय बी. चोरडिया का मानना है कि सभी क्षेत्रों में महिलाओं के बढ़ते योगदान से विकसित भारत का सपना साकार होगा. वे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. यहां सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं और फिल्म उद्योग के कलाकारों को संस्था की उपाध्यक्षा सुषमा चोरडिया द्वारा महिलाओं को सूर्यदत्त स्त्री शक्ति राष्ट्रीय पुरस्कार-2025’ से सम्मानित किया गया. यह समारोह ‘सूर्यदत्त’ के बावधन कैंपस स्थित बंसी रत्न सभागार में आयोजित किया गया.
इनमें नक्षत्रा बोत्रे (ब्यूटी एंड वेलनेस), पीयूषा दगड़े पाटिल (महिला सशक्तिकरण और सार्वजनिक सेवा), पल्लवी जगताप (शिक्षा सेवाएं), उज्ज्वला मारने (सामाजिक कार्य), लीना खंडेलवाल (उद्यमी एवं प्रेरक वक्ता), पूर्णिमा लुणावत (सामाजिक कार्य), साक्षी दगड़े पाटिल (युवा उद्यमी), डॉ. रश्मि बापट (स्वास्थ्य सेवा और महिला सशक्तिकरण), दुर्गा भोर (सामाजिक कार्य), अेिशनी धायगुडे-कोलेकर (पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग), सीए श्रुति काबरा-मुंदड़ा को सम्मानित किया गया. पल्लवी जगताप ने कविता प्रस्तुत कर महिलाओं की भावनाओं को उजागर किया. डॉ. रश्मि बापट ने कहा, हमें शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने पर ध्यान देना चाहिए. इसके लिए उचित व्यायाम और आहार के बीच संतुलन बनाए रखें. लीना खंडेलवाल ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जरूरत है.
यदि हम अपनी क्षमताओं पर वेिशास रखें और दृढ़ संकल्प के साथ अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें, तो हम अपने सामने आने वाली चुनौतियों पर विजय पा सकते हैं पूर्णिमा लुणावत ने कहा कि यदि हम महिलाओं की प्रतिभा और क्षमताओं को उजागर करने के लिए एक मंच प्रदान करें, तो वे सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेंगी. दुर्गा भोर ने कहा, महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए. उज्ज्वला मारणे ने कहा कि लैंगिक समानता अधिक महत्वपूर्ण है. यह केवल मेरे पति के मेरे सफर में मिले मजबूत सहयोग के कारण ही संभव हो पाया है इस कार्यक्रम में अभिनेता-निर्दे शक गणेश आचार्य, सूर्यदत्त के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अक्षित कुशल, प्रवीण जावले (प्राचार्य, फार्मेसी कॉलेज, भारती वेिशविद्यालय), सागर पायगुडे, अभिनेता सुशांत थमके, अभिनेत्री विधि यादव, जण्या जोशी एवं अन्य उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन प्रो. डॉ. सुनील धनगर ने किया.