शिवाजीनगर, 6 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) मंगलवार (4 मार्च) को आयोजित लाइनमैन दिवस पुणे क्षेत्र के जनमित्रों के लिए एक उत्साहवर्धक कार्यक्रम था, जो अत्यधिक तनावग्रस्त विद्युत क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति और त्वरित ग्राहक सेवा प्रदान करने के लिए तत्पर हैं. पुणे के बिजली उपभोक्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों ने ऑडियो-विजुअल वीडियो के माध्यम से लाइनमैन और लाइनवुमेन की सराहना की. उन्होंने उनसे विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया तथा शुभकामनाएं दीं. आम जनता सहित दर्शक भी सभी की इस आत्मीयता से अभिभूत थे. लाइनमैन दिवस के अवसर पर पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों से आए तकनीकी कर्मचारियों के लिए गणेशखिंड स्थित विश्रामगृह के प्रांगण में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार द्वारा परिकल्पित इस अनूठे कार्यक्रम में ऑडियो और वीडियो के माध्यम से वरिष्ठ अभिनेता नाना पाटेकर, दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने सहित पारिवारिक, वाणिज्यिक और औद्योगिक बिजली उपभोक्ताओं के साथ-साथ पति-पत्नी, माता-पिता, सास-ससुर और कर्मचारी परिवारों के बच्चों सहित 78 लोगों ने शाबाशी देते हुए लाइनमैन और लाइनवुमेन की प्रशंसा की. मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार ने कहा कि बुनियादी मानवीय आवश्यकताओं सहित सर्वांगीण विकास के लिए बिजली आवश्यक है. बिजली के बिना सब कुछ ठप है. ऐसे क्षेत्रों में बिजली ग्राहकों को त्वरित सेवा प्रदान करने वाले लाइनमैन और लाइनवुमेन वास्तव में महावितरण की रीढ़ हैं. हालांकि, विद्युत प्रणालियों के साथ काम करते समय आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए.कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने विद्युत सुरक्षा की शपथ ली. महिला और पुरुष तकनीकी कर्मचारियों ने भी राय व्यक्त की. अतिथियों द्वारा उनका अभिनंदन किया गया. लाइनमैन दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य जांच, नेत्र जांच एवं रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. विद्युत सुरक्षा, प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना आदि के संबंध में उप अधिशासी अभियंता डॉ. संतोष पाटनी ने जानकारी दी. इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता युवराज जरग, सिंहाजीराव गायकवाड़, रवींद्र बुंदेले, सहायक महाप्रबंधक माधुरी राउत (वित्त) और शीतल निकम (प्रभारी, मानव संसाधन), उप मुख्य औद्योगिक संबंध अधिकारी भूपेंद्र वाघमारे समेत तकनीकी कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में इंजीनियर और अधिकारी उपस्थित थे. संचालन डॉ. संतोष पाटनी द्वारा किया गया. चिकित्सा गतिविधियों के लिए पुरंदर ब्लड बैंक, के.के. आई इंस्टीट्यूट ने सहयोग किया.