पिंपरी, 10 अप्रैल (आ.प्र.) मनपा द्वारा संचालित आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क लागू करने के प्रस्ताव को मनपा आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह ने मंजूरी दी है. विधायक महेश लांडगे ने मांग की थी कि शिल्प कारागीर प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश लेने वाले सभी श्रेणियों के प्रशिक्षुओं को शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से 500 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप दिया जाए. इस पर मनपा प्रशासन ने कार्रवाई की है. मनपा प्रशासन ने महाराष्ट्र सरकार को 500 रुपये का स्कॉलरशिप देने का प्रस्ताव भेजा था. राज्य सरकार की तर्ज पर मनपा आईटीआई के विद्यार्थियों को 500 रुपये की स्कॉलरशीप दी जाएगी. तथापि, उक्त प्रशिक्षण योजना केवल उन प्रशिक्षुओं पर लागू की जा सकेगी, जिन्होंने सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में शिल्प कारगीर प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया हो, इसलिए बताया गया कि मनपा प्रशासन अपने स्तर पर निर्णय ले. प्रति माह 4 लाख 50 हजार रुपये खर्च करने का निर्णय इस पर आयुक्त ने मनपा के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं को स्कॉलरशिप देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. प्रतिवर्ष लगभग 900 प्रशिक्षुओं को 500 रुपये प्रतिमाह दिये जायेंगे. मनपा ने प्रतिमाह 4 लाख 50 हजार रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है. साथ ही, यह भी निर्णय लिया गया है कि अगर, भविष्य में आईटीआई में ट्रेड बढ़ते हैं, तो विद्यार्थियों को स्कॉलरशीप मिलती रहेगी.
हर साल लगभग 900 छात्र लाभान्वित होंगे राज्य के कोने-कोने से काम और व्यवसाय के लिए शहर में आए परिवारों के बच्चों को मनपा आईटीआई संस्थान के माध्यम से कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्राप्त हुए. साधारण परिवारों के इन छात्रों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए तथा शहर की औद्योगिक कंपनियों में कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराया जाना चाहिए. इस पर मनपा ने मांग की थी कि मनपा आईटीआई के विद्यार्थियों को राज्य सरकार की तर्ज पर स्कॉलरशिप दी जाये. प्रशासन ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. इसलिए हर साल लगभग 900 छात्र इससे लाभान्वित होंगे.
- महेश लांडगे, विधायक, भोसरी विधानसभा