मुंबई, 23 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल द्वारा 8 से 12 अप्रैल तक विभिन्न स्थानों पर सफलतापूर्वक ‘संरक्षा सेमिनार और परामर्श सत्रों' का आयोजन किया गया. इन सत्रों का मुख्य उद्देश्य रेल कर्मचारियों के बीच संरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा परिचालन संबंधी प्रक्रियाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाना था. पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक द्वारा जारी जानकारी के अनुसार संरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुंबई मंडल के वसई रोड, मुंबई सेंट्रल कोचिंग डिपो, नंदुरबार, सूरत, वलसाड और उधना में संरक्षा सेमिनार और परामर्श सत्रों का आयोजन किया गया था.
ये सत्र ट्रेन संचालन और रख-रखाव में कार्यरत कर्मचारियों को ध्यान में रखकर आयोजित किए गए थे, जिसमें इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल एवं टेलीकॉम और परिचालन विभागों से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई. इनमें शंटिंग का सुरक्षित संचालन, रोलिंग स्टॉक की संरक्षा, फायर अलार्म सिस्टम की कार्यप्रणाली, एलसी क्लोजिंग की प्रक्रिया, वर्क साइट की संरक्षा, ओएचई इंसुलेटर का संचालन आदि विषय शामिल थे. इन संरक्षा सेमिनारों के दौरान चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों द्वारा भी एक विशेष सत्र आयोजित किया गया था. इस सत्र में हीट- वेव जैसी स्थितियों के लिए स्वास्थ्य से जुड़े एहतियाती उपायों, गर्म परिस्थितियों में काम करने के लिए संरक्षा सुझाव, हाइड्रेशन का महत्व, गर्मी से थकावट के लक्षण और बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा पर ध्यान केंद्रित किया गया.
इसके अतिरिक्त विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में हाइड्रेटेड रहने में मदद करने के लिए कर्मचारियों को ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) पैकेट भी वितरित किए गए. यह पहल पश्चिम रेलवे की संरक्षा और वेिशसनीयता के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसके तहत वह अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों को परिचालन और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक मामलों पर नियमित रूप से शिक्षित करती है और परामर्श प्रदान करती है.