बाकरवड़ी के मामले में हमारा भी ‌‘ट्रेडमार्क'

26 Apr 2025 14:12:06
 
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नवी पेठ, 25 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
हम वर्ष 1954 से मचितले स्वीट होमम के माध्यम से मिठाई का व्यवसाय कर रहे हैं. कुछ वर्ष पूर्व हमने मचितले स्वीट होमम नाम से बाकरवड़ी का ट्रेडमार्क और पेटेंट प्राप्त किया था. इसलिए ‌‘चितले बंधु मिठाईवाले' का नाम चुराने या उन्हें धोखा देने का कोई सवाल ही नहीं उठता, ऐसा कहते हुए ‌‘चितले स्वीट होम' के संचालक प्रमोद चितले ने धोखाधड़ी के मुद्दे को खारिज किया है. पुणे में कई दिनों से चर्चित बाकरवड़ी के मुद्दे पर चितले स्वीट होम ने गुरुवार (24 अप्रैल) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विस्तृत जानकारी दी.
 
इस समय चितले स्वीट होम के संचालक प्रमोद चितले, एड. हेमंत झंझाड़, व्यापार और वित्तीय सलाहकार लक्ष्मीकांत खाबिया, एड. राजेश उपाध्याय, राजीवन नांबियार मौजूद थे. ‌‘चितले स्वीट होम' के एड. हेमंत झंझाड़ ने कहा कि जनवरी 2025 में बाकरवड़ी की पैकिंग पर प्रिंटर द्वारा अनजाने में ‌‘चितले बंधु मिठाईवाले' छप गया था. जैसे ही हमें इसकी जानकारी मिली, बाजार से 2500 पैकेट दोबारा मंगवाए गए. हमने इसके लिए पहले ही माफी मांग ली है. उन्होंने स्पष्ट किया कि नाम चुराने का उनका कोई इरादा नहीं था. गौरतलब है कि ‌‘चितले बंधु मिठाईवाले' ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके नाम पर बाकरवड़ी बेचकर वे ग्राहकों और उपभोक्ताओं को धोखा दिया जा रहा है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चितले स्वीट होम ने अपनी स्थिति स्पष्ट की. प्रमोद चितले ने कहा कि ‌‘मेरे दादा सखाराम गोविंद चितले ने 1954 में सदाशिव पेठ में चितले स्वीट होम की स्थापना की थी. 2010 में, हमने बाकरवड़ी का ट्रेडमार्क पंजीकृत किया.
 
चितले स्वीट होम और चितले बंधु मिठाईवाले दो अलग-अलग कंपनियां हैं. एड. झंझाड़ ने कहा, बाकरवड़ी एक उत्पाद है. कोई भी इस उत्पाद का उत्पादन कर सकता है. बाकरवड़ी के उत्पादन के लिए किसी ने पेटेंट नहीं लिया है. मा. न्यायालय ने उत्पादन और बिक्री को रोकने के लिए कोई आदेश नहीं दिया है. लक्ष्मीकांत खाबिया ने कहा, बाकरवड़ी राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में बनने वाला उत्पाद है. पुणे में लगभग 100 स्वीट होम बाकरवाड़ी बनाते हैं. उन्होंने पूछा कि क्या आप ऐसे सभी पदार्थों पर प्रतिबंध लगाएंगे..?
 
किसी के उत्पाद की नकल करने का हमारा इरादा नहीं
एड. हेमंत झंझाड़ और एड. नितिन झंझाड़ ने कहा, किसी के उत्पाद या नाम की नकल करके व्यापार करने का हमारा इरादा नहीं है. प्रिंटर की गलती के कारण बाकरवड़ी के पैकेट पर नाम और ग्राहक क्रमांक छप गया था. जब हमने इस गलती को देखा तो ग्राहकों के बीच गलतफहमी से बचने के लिए अखबार में इस तरह का स्पष्टीकरण प्रकाशित किया गया.
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