गुलटेकड़ी, 29 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
केंद्र सरकार ने मई माह के लिए 23 लाख 50 हजार मीट्रिक टन चीनी का कोटा जारी किया है. चीनी की बढ़ती मांग को देखते हुए यह घोषित कोटा अपर्याप्त है. इसलिए, संभावना है कि मई महीने में चीनी की कीमतें बढ़ेंगी. बता दें कि पिछले साल मई- 2024 में 27 लाख मीट्रिक टन चीनी का कोटा खोला गया था. इसकी तुलना में इस वर्ष चीनी का कोटा करीब साढ़े तीन टन कम कर दिया गया है. चीनी व्यापारियों ने अनुमान लगाया है कि इसके परिणामस्वरूप कीमतें बढ़ेंगी. यह स्पष्ट हो गया है कि इस वर्ष देश में चीनी उत्पादन अपेक्षा से कम रहेगा. बाजार में चर्चा है कि शायद इसी वजह से चीनी का कोटा कम करने का फैसला लिया गया. सोमवार (28 अप्रैल) को होलसेल बाजार में एस-30 ग्रेड चीनी का भाव 4,125 से 4,150 रुपये प्रति क्विंटल था. चीनी की मौजूदा कीमतें 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ने के बाद स्थिर हो गई हैं. केंद्र सरकार ने अप्रैल से मई तक बचे चीनी कोटे की बिक्री को आगे नहीं बढ़ाया है. जिससे, शेष दो दिनों में मिलों में चीनी मिलों में चीनी के भाव बढ़ने के हालात बन गए. वर्तमान टेंडरों में चीनी का भाव 3,750 रुपये से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है. इसलिए, यह संभावना है कि मई में निविदाएं शुरू होते ही कीमतें बढ़ जाएंगी. आने वाले समय में चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है. इसलिए, यह संभावना है कि भंडारकर्ता भी इस अवधि के दौरान चीनी खरीदेंगे. चीनी को लेकर विस्तृत ब्यौरा मांग के मुकाबले इस माह केवल 23.50 लाख टन कोटा खुला. पिछले साल मई के लिए कोटा 27 लाख टन चीनी का था इस वर्ष कोटे में भारी-भरकम साढ़े तीन लाख टन की कटौती गर्मी के मौसम में शीतल पेय, आइसक्रीम की मांग बढ़ती है.