पुणे, 5 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
वरिष्ठ एड.एस.के.जैन ने जीवनभर वकालत की, लेकिन स्वयं वकालत करते हुए भी उन्होंने कई वकीलों को प्रशिक्षित किया. उन्होनें अपने कार्य के माध्यम से अपने सहयोगींयों के प्रति एम्पॉवरमेंट ऑफ कलिग्ज् यह मंत्र दिया, ऐसे गौरवोद्गार मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने वरिष्ठ एड.एस.के.जैन के प्रति व्यक्त किए. सीओईपी में शनिवार को शाम 5:30 बजे वरिष्ठ वकील सोहनलाल कुंदनमल उर्फ एस.के.जैन के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एड.एस.के.जैन को स्मृतिचिन्ह, पुणेरी पगड़ी, वेलडोरा की माला और मानपत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर एड. एस.के.जैन की पत्नी पुष्पा जैन भी उपस्थित थीं. मंच पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल, राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी, उच्च एवं तकनीकी शिक्षामंत्री चंद्रकांत पाटिल, पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे, शहरी विकास राज्य मंत्री माधुरी मिसाल, राज्य के महाधिवक्ता बीरेंद्र सराफ, पुणे महानगर संघचालक रवींद्र वंजारवाडकर, कृष्णकुमार गोयल, राजेश पांडे और अन्य उपस्थित थे. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि वरिष्ठ वकील एस.के.जैन का कार्य समाज के प्रति उल्लेखनीय है. उनके काम का आज उचित सम्मान हुआ है.
महाराष्ट्र की 12 करोड़ जनता की ओर से मैं वरिष्ठ वकील एस.के. जैन का अभीष्ट चिंतन करता हूं. उनसे हमारा परिचय बहुत पुराना है. लेकिन पिछले 8-10 वर्षों में मैं उनसे अधिक परिचित हो गया. उनको पुणे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं के आधारस्तंभ के रूप में देखा जाता है. उन्होंने संघ के स्वयंसेवक और प्रख्यात वकील बाबाराव भिड़े के मार्गदर्शन में युवावस्था में ही अपनी कानूनी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि युवावस्था में ही उनका संपर्क राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हो गया था. जैसे ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आये, उन्होंने स्वयं को राष्ट्रीय विचारधारा के प्रति समर्पित कर दिया.
उन्होंने इमरजेंसी के दौरान 200 से अधिक स्वयंसेवकों केसेस लडे. पचास से अधिक वर्षों से वे वकालत करते हैं और सामाजिक कार्य भी करते रहे हैं. क्रिमिनल लॉयर के रूप में उन्होंने महाराष्ट्र में खूब नाम कमाया है. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने यह बात कही. बडे व्यक्ति को कभी भी श्रेय लेने की आवश्यकता नहीं होती. समाज स्वयं उस व्यक्ति को उसके कार्य का श्रेय देता ही है. वकालत के साथ-साथ उन्होंने शिक्षा और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्य किया है. खड़की शिक्षण मंडल, शिक्षण प्रसारक मंडली और सामाजिक क्षेत्र में भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा का स्वयंसेवक किसी संगठन का ट्रस्टी तो होता है, लेकिन कभी मालिक बनने का प्रयास नहीं करता.
इसी भावना के साथ एड.एस.के.जैन ने कार्य किया है. जब एक सफल व्यक्ति समाज को कुछ देता है, तो समाज आगे बढ़ता है. उन्होंने अपना पूरा जीवन लर्न,अर्न एंड रिटर्न इस भावना के किया. उन्होंने समाज में विभिन्न विचारधाराओं के लोगों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए हैं. उन्होंने संपर्क के माध्यम से कई लोगों को अपने साथ जोड़ा है. मैं इस अवसर पर प्रार्थना करता हूं कि ईेशर उन्हें दीर्घायु प्रदान करें, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने यह बात कही. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्रीपाद ढेकणे ने किया. योगेश देशपांडे ने मानपत्र पढ़ा. गजेन्द्र पवार ने आभार व्यक्त किया.
सहयोगियों को आगे बढ़ाने का काम किया
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि जब कोई व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ता है. लेकिन वह व्यक्ति अपने सहयोगी को भी आगे बढने के लिए मदद नहीं करता, तब उस व्यक्ति की वेिशसनीयता नहीं रहती. कुछ लोग नेतृत्व करते हैं. यदि आप अपने सहयोगियों को भी नेतृत्व करने का अवसर देते हैं, तो आपकी विश्वसनीयता कायम रहती है. लेकिन जब वह व्यक्ति यह भूल जाता है कि वह अपने सहयोगियों के कारण नेतृत्व कर रहा है, तो ऐसा नेतृत्व इतिहास में लंबे समय तक नहीं टिक सकता. एड. एस.के. जैन ने अपने सहयोगियों को जिम्मेदारियां देने और उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया. इसीलिए उनका समाज में नाम बडा हो गया है. उन्होंने कई वकीलों का मार्गदर्शन दिया. उनमें से कुछ न्यायाधीश भी बन गये. कई लोगों ने वकालत के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है.
संघ की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखी
वरिष्ठ एड.एस.के.जैन ने कहा कि बाबाराव भिड़े के कार्य का मेरे जीवन पर प्रभाव पड़ा. उनके मार्गदर्शन में मैने शुरूवात में पांच साल तक वकालत की. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रभाव बाबाराव भिड़े पर था. उनके कारण ही मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडा. संघ के अनेक स्वयंसेवकों की ओर से मैं आभार स्वरूप यह सम्मान स्वीकार करता हूं. केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि एड.एस.के.जैन का पुणे शहर के कई क्षेत्रों के लोगों के साथ घनिष्ठ संबंध है. उन्होंने अनेक लोगों का वेिशास अर्जित किया है. उनका व्यक्तित्व बहुआयामी है. वह सदैव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहे. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि एड.एस.के.जैन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता बनाए रखी. उन्होंने खड़की शिक्षण मंडल, शिक्षण प्रसारक मंडल और निरामय संस्था के कार्यों के माध्यम से सामाजिक कार्यों में अपनी पहचान बनाई. मुझे अपनी उम्मीदवारी के लिए उनका समर्थन भी मिला था.