आलंदी में अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानपीठ की स्थापना की जाएगी

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज की जयंती समारोह में कहा

    11-May-2025
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आलंदी, 10 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आलंदी में संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज की 750वी जयंती समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि प्राचीन भगवद्गीता के सनातन और कल्याणकारी विचारों को दुनिया तक पहुंचाने के लिए आलंदी में साढ़े 4 सौ एकड़ भूमि पर विश्व प्रसिद्ध संत ज्ञानेश्वर महाराज ज्ञानपीठ का निर्माण किया जाएगा. इस ज्ञानपीठ पर 701 करोड़ रुपये खर्च होंगे. शनिवार (9 मई) को संपन्न हुए कार्यक्रम में ह.भ.प. शांतिब्रह्मा मारुति महाराज कुरेकर, विधायक उमा खापरे, शंकर जगताप, बाबाजी काले, मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र महाजन, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा आयुक्त शेखर सिंह, पीएमआरडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश म्हसे, जिला कलेक्टर जीतेंद्र डूडी, श्री ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान समिति के मुख्य ट्रस्टी एडवोकेट राजेंद्र उमाप, डॉ. भावार्थ देखणे, योगी निरंजन नाथ, एडवोकेट रोहिणी पवार, पुरूषोत्तम पाटिल और अन्य उपस्थित थे.
 
 इंद्रायणी नदी का पानी स्वच्छ, निर्मल बनाने का प्रयास
 
 
ज्ञानपीठ का निर्माण हम करें, यह भगवान की योजना और उनकी इच्छा है, ऐसा कहते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि ज्ञानपीठ निर्माण के लिए 701 करोड़ रुपए की योजना तैयार की गई है. ज्ञानपीठ के माध्यम से भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में मानव कल्याण का सनातन विचार दुनिया भर में जाएगा. इंद्रायणी नदी के लिए एक विकास योजना तैयार की गई. यह योजना सभी स्वीकृतियों के साथ केन्द्र सरकार को भेज दी गई है. इसे जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी. इसके माध्यम से पिंपरी-चिंचवड़ मनपा सहित 39 गांवों का पानी शुद्ध कर इंद्रायणी में छोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इंद्रायणी नदी का पानी स्वच्छ, निर्मल और पूजनीय बने, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे. ‌
 
‘नमो ज्ञानेश्वर‌’ पुस्तक का विमोचन किया
 
 
श्री ज्ञानेश्वर महाराज के संपूर्ण साहित्य की आलोचनात्मक और चिंतनशील समीक्षा प्रस्तुत करने वाली पुस्तक ‌‘नमो ज्ञानेश्वर‌’ का विमोचन भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया. मुख्यमंत्री ने इसी पुस्तक की ऑडियो बुक का भी अनावरण किया. इस समारोह में भोजन दान करने वाले जगताप परिवार को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया.