स्वामी रामभद्राचार्य काे 58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार

17 May 2025 17:52:16
 
 

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राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य काे ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया. उन्हाेंने एक सभा काे संबाेधित किया. स्वामी रामभद्राचार्य काे साहित्य में उनके याेगदान के लिए 58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया. उनके अलावा गीतकार गुलजार काे भी 2023 का ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया.हिंदी लेखक विनाेद कुमार शुक्ल काे 2024 के लिए 59वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए नाॅमिनेट किया गया है. राष्ट्रपति ने कहा कि साहित्य समाज काे जाेड़ता और जागृत करता है.
 
उन्हाेंने कहा कि 19वीं सदी के सामाजिक जागरण से लेकर 20वीं सदी के स्वतंत्रता संग्राम तक, कवियाें और लेखकाें ने लाेगाें काे जाेड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है. बंकिम चंद्र चट्टाेपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम गीत लगभग 150 वर्षाें से भारतीयाें काे जागृत कर रहा है. और हमेशा करता रहेगा. उन्हाेंने कहा कि वाल्मीकि, व्यास और कालिदास से लेकर रवींद्रनाथ टैगाेर जैसे शाश्वत कवियाें की रचनाओं में हम जीवंत भारत की धड़कन महसूस करते हैं जाे भारतीयता की आवाज है. राष्ट्रपति मुर्मू ने 1965 से विभिन्न भारतीय भाषाओं के उत्कृष्ट साहित्यकाराें काे पुरस्कृत करने के लिए भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट की प्रशंसा की.
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