पुणे, 21 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क )
वेिशविख्यात खगोलशास्त्री डॉ. जयंत नारलीकर के पार्थिव शरीर का बुधवार को वैकुंठ श्मशानभूमि पर शोकाकुल माहौल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. डॉ. जयंत नारलीकर का मंगलवार (20 मई ) को पाषाण स्थित खगोल अपार्टमेंट में उनके आवास पर वृद्धावस्था के कारण निधन हो गया. उनके पीछे उनकी तीन बेटियां गीता, गिरिजा और लीलावती तथा उनका परिवार हैं. डॉ. नारलीकर का पार्थिव शरीर बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (आयुका ) में रखा गया था. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री डॉ.नारलीकर के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी. दोपहर साढे 12 बजे के दरम्यान डॉ.नारलीकर का पार्थिव नवी पेठ स्थित वैकुंठ श्मशानभूमि में लाया गया. वहां पर डॉ.नारलीकर को पुलिस बल द्वारा सलामी दी गई और राजकीय सम्मान के साथ विद्युत दाहिनी में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया.

डॉ. नारलीकर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ वैकुंठ श्मशान घाट पर किया गया. सरकार की ओर से पुणे विभागीय आयुक्त डॉ. पुलकुंडवार ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उपजिल्ााधिकारी रामहरी भोसले, उप विभागीय अधिकारी पूनम अहिरे, तहसीलदार सूर्यकांत येवले ने श्रद्घांजलि अर्पित की. पुलिस बल द्वारा भी डॉ. नारलीकर को सलामी दी गई. डॉ. नारलीकर के पार्थिव शरीर पर रखा तिरंगा झंडा उनके परिजनों को सौंप दिया गया. इस अवसर पर उल्हास पवार, बालासाहेब शिवारकर, मिलिंद जोशी, सतीश देसाई, एड.अभय छाजेड़, माधुरी सहस्त्रबुद्धे, प्रकाश तुपे सहित विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
‘वैकुंठ ’ में गणमान्यों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि
डॉ. नारलीकर की बेटियां गिरिजा और लीलावती के साथ उनके परिवारजन उपस्थित थे. वैकुंठ श्मशानभूमि में पुणे विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंदवार, पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार, पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस कमिश्नर विनय कुमार चौबे, पुणे मनपा कमिश्नर डॉ. राजेंद्र भोसले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. सुरेश गोसावी, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. पराग कालकर, रजिस्ट्रार डॉ. ज्योति भाकरे, जॉइंट पुलिस कमिश्नर रंजन कुमार शर्मा, आयुका के डायरेक्टर प्रो. डॉ. आर. श्रीआनंद, अरविंद परांजपे, अरविंद गुप्ता, योगेश वाडेकर, सोमक रायचौधरी, अरविंद नातू सहित अन्य मित्र, परिजन, रिश्तेदार, वैज्ञानिक, शोधकर्ता, छात्र, अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित थे. अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.