पिंपरी, 7 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
शाम के चार बजते ही पिंपरी-चिंचवड़ मनपा प्रशासन भवन में मानो एक तूफान आ गया. अचानक तेज धमाके, चारों ओर धुंए का गुबार, सायरनों की गूंज, और एक पल में फैली अफरातफरी दो हजार से अयादा कर्मचारी और नागरिक घबराहट में बाहर की ओर दौड़ने लगे. यह कोई आतंकी हमला नहीं, बल्कि एक प्लान्ड ‘मॉकड्रिल’ थी लेकिन इतनी वास्तविक, कि पल भर को सबका दिल बैठ गया. इस मॉकड्रिल का आयोजन देश भर में जारी सुरक्षा अलर्ट और केंद्र सरकार के निर्देशों के अंतर्गत किया गया था. पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा अपनाई गई कड़ी नीति के तहत यह पूर्वाभ्यास युद्ध जैसी स्थितियों में शहरी आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए हुआ.
मात्र 15 मिनट में स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण पाना यह दिखाता है कि संकट की घड़ी में पिंपरी-चिंचवड़ प्रशासन किस हद तक तैयार है. इस ‘आपदा’ में काल्पनिक रूप से 10 लोग घायल घोषित किए गए जिन्हें एम्बुलेंस द्वारा तुरंत यशवंतराव चव्हाण अस्पताल भेजा गया. लेकिन इस रिहर्सल के पीछे असली मकसद था समय रहते जान बचाने की रणनीतियों को मजबूत करना. इस ड्रिल में फायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियां और 20 कर्मचारी 4 एम्बुलेंस व 16 स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस बल के 37 कर्मी ट्रैफिक पुलिस के 24 अधिकारी, सुरक्षा विभाग के 52 कर्मचारी, एनडीआरएफ, एनएसएस, एनसीसी और ‘आपदा मित्र’ स्वयंसेवकों की संयुक्त टीम शामिल हुई. सायरन बजते ही कंट्रोल रुम सक्रिय हुआ सायरनों के साथ जैसे ही अलर्ट जारी हुआ, कंट्रोल रूम सक्रिय हो गया अधिकारी मौके पर पहुंचे, कर्मचारियों को मार्गदर्शन देकर सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाया गया. हर टीम ने अपने कर्तव्यों का अनुशासित और योजनाबद्ध प्रदर्शन किया.
अभ्यास के दौरान अतिरिक्त आयुक्त तृप्ति सांडभोर खुद मौके पर मौजूद रहीं. उन्होंने न केवल घटनास्थल का निरीक्षण कर टीमों की तत्परता की सराहना की. उन्होंने कहा कि आपदा पूर्व चेतावनी देकर नहीं आती. मॉकड्रिल जैसी पहलें ही हमारी सबसे बड़ी तैयारी हैं. यह मॉकड्रिल सिर्फ एक अभ्यास नहीं था यह प्रशासन की उस सोच का प्रमाण था, जो युद्ध, आतंकी हमले या आपदा की स्थिति में जान बचाने पूरी तैयारी में है.
नागरिकों की सुरक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच का माहौल तनावपूर्ण है. इसी पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह विभाग के माध्यम से देशभर में मॉकड्रिल आयोजित की जा रही हैं. आपदा कभी पूर्व सूचना देकर नहीं आती, इसलिए इन मॉकड्रिल्स के माध्यम से प्रशासनिक तंत्र का प्रशिक्षण और तत्परता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है. भविष्य में ऐसे अधिक मॉकड्रिल उपक्रम आयोजित कर मनपा नागरिकों की सुरक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहेगी. तृप्ति सांडभोर, अतिरिक्त आयुक्त, पिंपरी मनपा