पुणे, 1 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
खेती केवल अन्न देने की व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था का आधार है. यदि हम इस सोच के साथ एकजुट होकर काम करें, तो महाराष्ट्र की खेती डिजिटल युग में दुनिया को दिशा देने वाली बन सकती है, यह वेिशास उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालकमंत्री अजित पवार ने व्यक्त किया. वे पुणे के सिंचननगर मैदान, कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित पहले अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे. यह आयोजन राज्य सरकार के कृषि विभाग, महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ और कृषि महाविद्यालय, पुणे के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. इस अवसर पर कृषि मंत्री एड. माणिकराव कोकाटे, विधायक बाबाजी काले, बापूसाहेब पठारे, कृषि आयुक्त सूरज मांढरे, मनपा आयुक्त नवल किशोर राम, डिविजनल कमिश्नर कविता द्विवेदी, मराठा चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रशांत गिरबाणे, महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ के पूर्व कुलगुरु डॉ. राजाराम देशमुख, पूर्व कृषि आयुक्त डॉ. उमाकांत दांगट, दापोली कृषि विद्यापीठ के डॉ. संजय सावंत और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अधिकारी उपस्थित थे. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कृषि केवल किसानों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें उद्योग, वैज्ञानिक, सरकार और समाज की भी साझेदारी होनी चाहिए. राज्य सरकार द्वारा एग्री स्टैक, डिजिटल फसल सर्वेक्षण, स्मार्ट सिंचाई, कृषि डेटा मिशन, एफपीसी सशक्तिकरण और जैविक खेती को प्रोत्साहन जैसे कई नवाचार शुरू किए गए हैं. उन्होंने बताया कि एग्री स्टैक योजना के अंतर्गत हर किसान को एक यूनिक फार्मर आईडी दी जा रही है, जो आधारकार्ड की तरह उसकी विशिष्ट पहचान होगी. इस आईडी से किसान की भूमि, फसल, सब्सिडी, बीमा और कर्ज संबंधी सभी जानकारियाँ जुड़ी होंगी. इससे योजनाओं के लिए बार-बार दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं होगी, और सरकारी लाभ सीधे किसानों के खाते में पहुंचेगा. अब तक 1 करोड़ से अधिक किसानों ने इस योजना में पंजीकरण किया है. उपमुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वे नजदीकी तलाठी, कृषि सहायक या महा ई-सेवा केंद्र पर जाकर शीघ्र पंजीकरण कराएं.
रासायनिक खेती से भूमि की गुणवत्ता प्रभावित ः कोकाटे
कृषि मंत्री एड. माणिकराव कोकाटे ने कहा कि भविष्य में खेती को सुरक्षित और संरक्षित बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. रासायनिक खेती से भूमि की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, इसलिए अब जैविक खेती की ओर बढ़ना होगा. साथ ही किसानों को बाजार से जोड़ने के लिए मार्केट लिंकिंग जरूरी है. राज्य के हर विभाग स्तर पर अत्याधुनिक कृषि प्रयोगशालाएँ और कृषि मॉल स्थापित करने की योजना है. किसानों को बेहतर सुविधाएं देकर राज्य को कृषि क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सकता है.
रासायनिक खेती से भूमि की गुणवत्ता प्रभावित ः कोकाटे
कृषि मंत्री एड. माणिकराव कोकाटे ने कहा कि भविष्य में खेती को सुरक्षित और संरक्षित बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. रासायनिक खेती से भूमि की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, इसलिए अब जैविक खेती की ओर बढ़ना होगा. साथ ही किसानों को बाजार से जोड़ने के लिए मार्केट लिंकिंग जरूरी है. राज्य के हर विभाग स्तर पर अत्याधुनिक कृषि प्रयोगशालाएँ और कृषि मॉल स्थापित करने की योजना है. किसानों को बेहतर सुविधाएं देकर राज्य को कृषि क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सकता है.