बुधवार पेठ, 1 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) श्री शेषात्मज गणेश जयंती के अवसर पर मंदिर में फूलों से बनी शेषनाग की प्रतिकृतियों की आकर्षक सजावट और प्रांगण में रंग-बिरंगे फूलों से बनी शेषनाग की कलाकृति में विराजमान प्रिय गणेश की चांदी की मूर्ति का मनमोहक स्वरूप शुक्रवार (30 मई) को देखने को मिला. यहां रंग-बिरंगे फूलों से शेषनाग की प्रतिकृति बनाकर यह सजावट की गई. कहते हैं कि इसी दिन पाताललोक में श्री गणेश का शेषात्मज अवतार का जन्म हुआ था. कार्यक्रम का आयोजन श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरुण मंडल द्वारा किया गया. श्री गणेश जयंती के अवसर पर ब्रह्मवृंद के सान्निध्य में सुबह तीन बजे ब्रह्मणस्पति सूक्त अभिषेक किया गया. सुबह चार बजे पं. कैवल्य कुमार गुरव ने स्वराभिषेक के माध्यम से भगवान गणेश के चरणों में स्वरसेवा अर्पित की. साथ ही मंदिर में श्री गणेश याग, सहस्रावर्तन और गणेश जागर भी किया गया. ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने ने बताया कि गाणपत्य संप्रदाय में ज्येष्ठ चतुर्थी को श्री शेषात्मज की जयंती को भाद्रपद और माघ माह की तरह महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि जब श्री शेष ध्यान कर रहे थे, तब ज्येष्ठ शुद्ध चतुर्थी को दोपहर के समय भगवान श्री गणेश श्री शेषात्मज के रूप में प्रकट हुए थे.