नई दिल्ली/पुणे (आ.प्र./वार्ता/) लगातार बढ़ती जनसंख्या वाले पुणे महानगर में सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने, प्रदूषण को घटाने और शहर के भीतर यात्रा को अधिक कुशल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्र सरकार द्वारा पुणे मेट्रो फेज-2 को मंजूरी दी गई. इस प्रोजेक्ट पर 3624 करोड़ रुपये खर्च होंगे. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में शहर के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने से पुणे के निवासियों में खुशी की लहर है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पुणे में एलिवेटेड कॉरिडोर 13 किमी तक होंगे, जिनमें कुल 13 स्टेशन बनेंगे. ये स्टेशन चांदनी चौक, बावधन, कोथरूड, खराड़ी और वाघोली जैसे तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों को जोड़ेंगे. इस बहुप्रतिक्षित परियोजना से शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र स्थापित करने तथा झारखंड के कोयला क्षेत्र झरिया में भूमिगत आग से निपटने और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए मास्टर प्लान बनाने सहित अन्य निर्णयों पर भी मुहर लग गई. पुणे मेट्रो प्रोजेक्ट हेतु वनाज से चांदनी चौक और रामवाड़ी से वाघोली-विट्ठलवाड़ी तक मेट्रो विस्तार के प्रस्ताव को बुधवार को केंद्र की मंजूरी मिल गई है.
महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यात्रियों की सेवा में दनदनाते दौड़ेगी मेट्रो यह प्रोजेक्ट आगामी 4 वर्षों में पूर्ण होगा. वर्तमान में पुणे मेट्रो के पहले फेज में वनाज से रामवाड़ी तक मेट्रो सेवा शुरू हो चुकी है. इसके तहत् वनाज से चांदनी चौक को कॉरिडोर ‘ए'और रामवाड़ी से वाघोली-विट्ठलवाड़ी को कॉरिडोर ‘बी' के रूप में चिह्नित किया गया है. पूरे विस्तार मार्ग में 13 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. इस विस्तार से पौड रोड से लेकर कात्रज-देहूरोड महामार्ग और नगर रोड की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को अत्यधिक सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही निगड़ी तक के 5.5 किलोमीटर मार्ग पर मेट्रो खंभे और पुल का निर्माण शुरू हो चुका है. दूसरे विस्तारित रूट में रामवाड़ी से वाघोली/विठ्ठलवाड़ी का समावेश है. इस मार्ग की लंबाई 11.63 किलोमीटर होगी, जिसमें 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं.