भारत के कुशल मानव संसाधन की आज विश्व में काफी मांग

29 Jun 2025 15:35:57
 
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लवले, 28 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

स्नातकों को इन तीन सिद्धांतों के आधार पर जीवन में सफलता प्राप्त करनी चाहिए: निरंतर प्रयास, समर्पित भावना और एक निश्चित लक्ष्य. राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने कहा भविष्य में आगे बढ़ते हुए, एक निश्चित लक्ष्य निर्धारित कर और उसमें कड़ी मेहनत और एकाग्रता जोड़कर और बिना हतोत्साहित हुए प्रयास करते रहने पर आप निश्चित रूप से सफलता प्राप्त कर सकते हैं. राज्यपाल राधाकृष्णन सिम्बायोसिस वेिशविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय छात्र स्नातक समारोह में बोल रहे थे. इस दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के हाथों 22 देशों के 82 छात्रों को उपाधि प्रदान की गई. कार्यक्रम में वेिशविद्यालय के ब्रोशर का विमोचन किया गया. कार्यक्रम में वेिशविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. एस. बी. मजूमदार, प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरवड़ेकर, कुलपति डॉ. रामकृष्णन रमन, राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नारनवरे, वेिशविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एम. एस. शेजुल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. राज्यपाल राधाकृष्णन ने आगे कहा कि आज दुनिया के कई देश, खासकर बढ़ती आबादी वाले देश, अपनी कुशल जनशक्ति की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत की ओर देख रहे हैं. छात्रों को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के वेिशविद्यालयों को जर्मन, फ्रेंच, जापानी, मंदारिन, स्पेनिश, इतालवी और अन्य भाषाओं में अल्पकालिक भाषा पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इससे हमारे छात्रों को वैेिशक नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी. राज्यपाल राधाकृष्णन ने यह भी कहा कि पुणे शहर ऑटोमोबाइल उद्योग, मीडिया और सूक्ष्म उद्यमों का एक प्रमुख केंद्र है, इसलिए यहां छात्रों के लिए अच्छे अवसर उपलब्ध हैं. कुलाधिपति डॉ. एस. बी. मजूमदार ने कहा कि यह वेिशविद्यालय मवसुधैव कुटुम्बकमम के आदर्श वाक्य के साथ काम करता है और वेिशविद्यालय में विभिन्न देशों के छात्र अध्ययन कर रहे हैं. पूरा वेिश एक परिवार है, इस भावना के साथ छात्र यहां अध्ययन कर रहे हैं.  
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