प्राेटीन मांसपेशियां बनाने से लेकर हड्डियां और दांताें काे मजबूत करने के लिए जरूरी है.लेकिन कुछ बीमारियाें में अधिक प्राेटीन वाले आहार का सेवन नहीं करना चाहिए. यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लाेगाें के लिए उच्च प्राेटीन आहार यूरिक एसिड के स्तर काे ओर बढ़ा सकता है, जिससे समस्या बढ़ सकती है.इसलिए आप उसना चावल, चाेकर यु्नत आटा, भुट्टा, बेकरी के खाद्य पदार्थ के सेवन से बचे. इसके अलावा उड़द, खेसारी, कुल्थी की दाल, मांस, मछली, राेम, सहजन, पालक, मटर, कच्चा केला, फूल गाेभी, शलजम, मशरूम, चुकंदर, काला गाजर, लाल मुली और कद्दू का सेवन न करें.
आप चिकित्सक की सलाह के अनुसार कम प्राेटीन वाले आहार का सेवन करें. हाई प्राेटीन डाइट से किडनी काे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.इससे किडनी संबंधी समस्याएं हाे सकती है. खासकर उन लाेगाें में, जिन्हें पहले से किडनी की समस्याएं है. पाैधे आधारित प्राेटीन अ्नसर सीकेडी की समस्या काे कम करने और गुर्दे पर बाेझ कम करने में मदद करता है. आप चिकित्सक से पुछकर पाैधे आधारित प्राेटीन जैसे - फलियां, मेवे और बीज, साबुत अनाज तथा साेया का सेवन कर सकते हैं.